नई दिल्ली। पाकिस्तान की सीमा के पार जाकर गिरी भारत की मिसाइल का मामला चर्चा में बना हुआ है। जानिए मिसाइल मामले की जांच में किस अधिकारी पर शक की भूमिका की जांच हो रही है। सूत्रों ने बताया कि दो सप्ताह पहले पाकिस्तान की ओर चूकवश चली मिसाइल मामले की जांच में इस घटना में मानवीय गलती होने की बात सामने आने की संभावना अधिक है। मामले की जांच की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस घटना की जांच कर रही ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ एक ग्रुप कैप्टन और कुछ अन्य अधिकारियों की कथित चूक के लिए उनकी भूमिका की जांच कर रही है। इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह घटना 9 मार्च को हुई थी जिसके बाद पाकिस्तान ने अगले दिन भारत के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था। सूत्रों ने कहा,‘ चालू जांच में घटना का कारण मानवीय चूक प्रतीत हो रही है।’
एयर वाइस मार्शल कर रहे मिसाइल मामले की जांच
वायुसेना मुख्यालय से एक एयर वाइस मार्शल को पाकिस्तान में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की आकस्मिक फायरिंग की जांच की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने विस्तृत जांच शुरू कर दी है। आपको बता दें कि 9 मार्च को गलती से एक मिसाइल पाकिस्तान की जमीन पर जा गिरी थी। सरकारी सूत्रों ने बताया कि वायु सेना अधिकारी (सेना में मेजर जनरल के समकक्ष) द्वारा विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पहली नजर में ग्रुप कैप्टन रैंक के एक अधिकारी को दोषी माना जा रहा है।
अधिकारी मिसाइल सिस्टम के मोबाइल कमांड पोस्ट के प्रभारी थे। उसी समय उनके घरेलू बेस पर कमांड एयर स्टाफ इंस्पेक्शन (CASI) के दौरान आकस्मिक गोलीबारी हुई थी। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि जांच को समयबद्ध तरीके से अंतिम रूप दिया जाएगा और अंतिम नतीजे पर उसके बाद ही पहुंचा जाएगा।
भारत ने घटना को खेदजनक बताया
भारत के रक्षा मंत्रालय ने इस मामले में सरकार का पक्ष रखा था और कहा था कि मिसाइल पाकिस्तान के एक इलाके में गिरी। यह घटना अत्यंत खेदजनक है, राहत की बात है कि कोई जनहानि नहीं हुई।’ बयान में कहा गया, ‘तकनीकी खराबी के कारण नौ मार्च को नियमित रखरखाव के दौरान दुर्घटनावश एक मिसाइल चल गई। भारत सरकार ने दुर्घटनावश मिसाइल चल जाने की घटना को गंभीरता से लिया और उच्च स्तरीय ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए थे।
भारत के जवाब से खुश नहीं पाकिस्तान
हालांकि, पाकिस्तान ने इस घटना पर कहा कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गिरी मिसाइल के ‘दुर्घटनावश चलने’ पर भारत के ‘सरलीकृत स्पष्टीकरण’ से संतुष्ट नहीं है। पाकिस्तान ने इस घटना से संबंधित तथ्यों का सही तरीके से पता लगाने के लिए संयुक्त जांच की मांग की थी। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने कहा था कि यह घटना परमाणु वातावरण में दुर्घटनावश या अनधिकृत मिसाइल प्रक्षेपण के खिलाफ सुरक्षा प्रोटोकॉल और तकनीकी सुरक्षा उपायों के संबंध में कई बुनियादी सवाल उठाती है।