मुंबई: राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने सोने की तस्करी करने वाले एक गिरोह का मुंबई में भंडाफोड़ किया है और 10.48 करोड़ रुपये मूल्य की बहुमूल्य धातु, कैश एवं अन्य कीमती सामान जब्त किया। DRI के एक अधिकारी द्वारा बुधवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, सोमवार को दक्षिण मुंबई में उस जगह सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जहां सोना को पिघलाने का काम किया जाता है। अधिकारी ने बताया कि यहां से दो अफ्रीकी नागरिक सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में अफ्रीकी नागरिक भी शामिल हैं।
झवेरी बाजार में पिघलाया जा रहा था सोना
अधिकारी ने एक बयान में बताया कि DRI को सूचना मिली थी कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से अफ्रीका से तस्करी कर लाये गए सोने से विदेशी प्रिंटिंग हटाने के लिए यहां झवेरी बाजार में पिघलाया जा रहा है और फिर इसे स्थानीय बाजार में भेजा जा रहा है। इस जगह की तलाशी के दौरान अधिकारियों ने 9.31 किलोग्राम सोना और 16.66 किलोग्राम चांदी जब्त की। बयान में कहा गया है कि उन्होंने संबंधित यूनिट ऑपरेटर और गैंग में लोगों को शामिल करने वाले एक सदस्य को पकड़ा है। इसमें बताया गया है कि यह सदस्य तस्करी के माल को इधर से उधर ले जाने, अफ्रीकी नागरिकों से तस्करी कर लाये गए सोने को एकत्र करने और सोने को पिघलाने के अपराध में संलिप्त है।
DRI के पहुंचने से पहले ही भाग गया खरीदार
बयान में कहा गया है कि आरोपी से पूछताछ के बाद उसके दफ्तर में तलाशी ली गई और DRI ने 1,90,000 डॉलर भी बरामद किए, जो कथित तौर पर तस्करी के सोने को हासिल करने के लिए एडवांस के रूप में एक खरीदार द्वारा उसे दिए गये थे। अधिकारी ने बताया कि खरीदार के दफ्तर की तलाशी के लिए एक अन्य टीम रवाना की गई, लेकिन DRI के अधिकारियों के वहां पहुंचने से पहले ही वह भाग गया। बयान में कहा गया कि तलाशी के दौरान वहां से विदेश से आई सोने की छड़ों के कटे हुए 351 ग्राम टुकड़े, 1,818 ग्राम चांदी और 1.92 करोड़ रुपये बरामद किए गए।
कुल 4 आरोपियों को DRI ने किया गिरफ्तार
DRI कर्मियों को पता चला कि जिन अफ्रीकी नागरिकों से सोना एकत्र किया गया था, वे पास के होटलों में ठहरे थे। DRI ने बताया कि होटल में छापेमारी की गई और कथित तौर पर सोने की तस्करी करने वाले 2 अन्य लोगों को पकड़ लिया गया। इसने कहा कि सभी 4 आरोपियों ने भारत में सोने की तस्करी में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है, जिसके बाद उन्हें सीमा शुल्क अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।