संप्रभुता की सुरक्षा के लिए भारत अब लगातार स्वदेशी हथियारों की निर्माण कर रहा है। इसका फायदा है कि संकट की घड़ी में हमें कभी भी किसी अन्य देश के भरोसे नहीं बैठना होगा। भारत के रक्षा उत्पाद में सबसे बड़ी भूमिका रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानी की DRDO ने निभा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को नई पीढ़ी के आकाश (AKASH-NG) मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल की खूबियां भारत के दुश्मन देशों को परेशान कर सकती है। आइए जानते हैं इस परीक्षण के बारे में खास बातें।
ओडिशा के तट पर परीक्षण
जानकारी के मुताबिक, DRDO ने शुक्रवार 12 जनवरी को सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR), चांदीपुर से नई पीढ़ी की आकाश (AKASH-NG) मिसाइल का परीक्षण कियआ है। दी गई जानकारी के मुताबिक ये परीक्षण सफल रहा है। परीक्षण के लिए मिसाइल को तेज गति वाले मानवरहित हवाई लक्ष्य विरुद्ध प्रयोग किया गया। परीक्षण के दौरान, आकाश हथियार प्रणाली द्वारा लक्ष्य को सफलतापूर्वक रोका गया और नष्ट कर दिया गया।
सटीक रहा परीक्षण
अधिकारियों ने कहा है कि आकाश (AKASH-NG) मिसाइल की स्वदेशी रूप से विकसित रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर, लॉन्चर, मल्टी फ़ंक्शन रडार और कमांड, नियंत्रण एवं संचार प्रणाली के साथ मिसाइल से युक्त संपूर्ण अस्त्र प्रणाली का कामकाज सटीक साबित हुआ है। टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम द्वारा प्राप्त डेटा के अनुसार भी परीक्षण को सटीक माना गया है।
क्या हैं मिसाइल की खूबियां?
नई पीढ़ी की आकाश (AKASH-NG) मिसाइल एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है जो तेज गति से आने वाले हवाई लक्ष्यों को रोकने में सक्षम है। इस सफल उड़ान परीक्षण ने अब हथियार प्रणाली के उपयोग के लिए परीक्षणों का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ, आईएएफ, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और उद्यम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के सफल विकास से देश की वायु रक्षा क्षमताओं में और वृद्धि होगी।
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