पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद से देशभर के डॉक्टरों ने मोर्चा खोल दिया है। डॉक्टरों द्वारा देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। कोलकाता हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया है। वहीं इस बीच डॉक्टरों के हड़ताल के दूसरे दिन एम्स नई दिल्ली ने एक डेटा जारी किया है। एम्स नई दिल्ली द्वारा जारी डेटा के मुताबिक, नियमित ओपीडी में 66 फीसदी गिरावट देखी गई है। वहीं अगर एम्स में एडमिशन की बात करें तो आज 330 भर्तियां ली गई हैं। वहीं अगर एडमिशन के आंकड़ों पर नजर डालें तो 65 फीसदी तक एडमिशन में कमी आई है।
ऑपरेश, ओपीडी की संख्या में आई गिरावट
नई दिल्ली स्थित एम्स के आंकड़ों की मानें तो ऑपरेशन थिएटर में आज 70 मेजर और 13 माइनर ऑपरेन किए गए हैं। इस कारण आज ऑपरेशन में 90 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं लैबोरेट्रीज की बात करें तो तकरीबन 25 फीसदी लैबोरेट्री सर्विस में कमी देखने को मिली है। आज कुल मिलाकर 17095 केस ही टेस्ट हो पाए हैं। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से रेडियोलॉजिकल इंटरवेंशन भी काफी प्रभावित हुई है। इस कारण तकरीबन 40 फीसदी केसेस कम हुए हैं। वहीं न्यूक्लियर मेडिसिन के मामले में सिर्फ 37 पेट स्कैन हुए हैं और उस तरीके से अगर देखें तो करीब 30 फीसदी तक स्कैनिंग कम हुई है।
अस्पताल में रेप, देशभर में डॉक्टरों का प्रदर्शन
एक तरफ आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला डॉक्टर संग हुए रेप और उसकी हत्या मामले में देशभर के डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ घटनास्थल यानि अस्पताल से ही एक वीडियो सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, मेडिकल कॉलेज में जिस जगह पर डॉक्टर से हैवानियत हुई थी, उसी जगह के आसपास तोड़फोड़ की जा रही है। अस्पताल में पीओ (सेमिनार हॉल) के पास ही तोड़फोड़ का काम चल रहा है। ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि क्या सीबीआई के आने से पहले सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश तो नहीं हो रही है?
(रिपोर्ट- अनामिका गौर)