नई दिल्ली: भारत में इन दिनों बॉलीवुड मूवी ‘द केरल स्टोरी’ ने काफी हलचल मचाई हुई है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे केरल की महिलाओं का धर्म परिवर्तन कर उन्हें मुसलमान बनाया गया और कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में भर्ती किया गया। जब इस्लामिक स्टेट अपने उफान पर था, तब सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम देशों में इससे मिलती-जुलती घटनाएं हुई थीं। ऐसी ही एक कहानी ब्रिटेन से सामने आई थी, जिसमें 3 लड़कियों ने इस्लामिक स्टेट को जॉइन करने के लिए अपना मुल्क छोड़ दिया था।
तुर्की के रास्ते आईएस के इलाके में पहुंचीं थीं लड़कियां
इस्लामिक स्टेट को जॉइन करने के लिए ब्रिटेन छोड़ने वाली 3 लड़कियों के नाम आमिरा अब्बास, शमीमा बेगम और कदीजा सुल्ताना थे। ये तीनों 'बेथनल ग्रीन ऐकेडमी' (Bethnal Green Academy) की छात्रा थीं, इसलिए इन्हें बेथनल ग्रीन ट्रायो (Bethnal Green trio) के नाम से भी जाना जाता है। तीनों ने फरवरी 2015 में इस्लामिक स्टेट को जॉइन करने के लिए अपने मुल्क को अलविदा कह दिया था। ये तीनों लड़कियां ब्रिटेन से पहले तुर्की गईं, और उसके बाद इस्लामिक स्टेट के इलाके में दाखिल हो गईं।
पाकिस्तानी मूल की महिला ने किया था ब्रेनवॉश
तीनों लड़कियों का ब्रेनवॉश पाकिस्तानी मूल की ब्रिटिश नागरिक अक्सा महमूद ने किया था। अक्सा ने 2013 में इस्लामिक स्टेट जॉइन किया था और वह विभिन्न माध्यमों से लड़कियों को आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करती थी। ब्रिटेन ने आगे चलकर अक्सा के पासपोर्ट को रद्द कर दिया था, हालांकि उसने और उसके घरवालों ने सभी आरोपों से इनकार किया था। माना जाता है कि अक्सा महमूद की फरवरी 2019 में लड़ाई के दौरान ही मौत हो गई थी।
आमिरा, शमीमा और कदीजा का क्या हुआ?
इस्लामिक स्टेट के इलाके में दाखिल होने के कुछ दिन बाद ही आमिरा, शमीमा और कदीजा की शादी आतंकी संगठन के लड़ाकों से कर दी गई थी। बाद में ये तीनों अपने पतियों के साथ इस्लामिक स्टेट की 'राजधानी' रक्का में रहने के लिए चली गई थीं। बाद में लड़ाई के दौरान आमिरा और कदीजा के पतियों की मौत हो गई, जबकि शमीमा का पति इस समय कैद में है। वहीं, माना जाता है कि कदीजा भी भागने की कोशिश के दौरान मई 2018 में एक एयरस्ट्राइक में मारी गई।
इस समय किस हाल में हैं आमिरा और शमीमा?
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, अपने पति की मौत के बाद आमिरा वापस ब्रिटेन आना चाहती थी, लेकिन उसकी दरख्वास्त को ब्रिटिश सरकार ने नामंजूर कर दिया था। फिलहाल आमिरा किस हालत में है, यह किसी को नहीं पता। वहीं, शमीमा बेगम ने एक डच जिहादी से शादी की थी, और उसके 3 बच्चे हुई। शमीमा के तीनों बच्चों की मौत हो चुकी है और उसके पति ने लड़ाई के दौरान आत्मसमर्पण कर दिया था। फिलहाल शमीमा भी एक डिटेंशन कैंप में अपने कैदी पति से कुछ ही दूरी पर रहती है।
शमीमा को अपने किए पर कोई अफसोस नहीं
इस्लामिक स्टेट के कमजोर पड़ने के बाद 'द टाइम्स' के जर्नलिस्ट एंथनी लॉयड ने शमीमा का इंटरव्यू लिया था। उस समय शमीमा गर्भवती थी और उसने कहा था कि वह अपने बच्चों की परवरिश के लिए ब्रिटेन जाना चाहती है, हालांकि ब्रिटिश सरकार ने उसकी नागरिकता रद्द कर दी थी। शमीमा ने इस इंटरव्यू के दौरान यह भी कहा था कि उसे इस्लामिक स्टेट को जॉइन करने का कोई अफसोस नहीं है।