प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई के बारे में जानकारी दी है। ईडी ने बताया है कि द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (DMK) के लोकसभा सांसद एस जगतरक्षकन और उनके परिवार के सदस्यों के ऊपर 908 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके साथ ही 89.19 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क भी कर दिया गया है। आइए जानते हैं कि इतने भारी जुर्माने के पीछे वजह क्या है।
क्यों लगा 908 करोड़ रुपये का जुर्माना?
ईडी ने डीएमके सांसद जगतरक्षकन और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन से संबंधित एक मामले में 908 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया है। ईडी ने अपने बयान में कहा है कि फेमा कानून के तहत सितंबर 2020 में जब्त की गई 89.19 करोड़ रुपये की संपत्ति को 26 अगस्त को जारी एक आदेश के बाद कुर्क कर लिया गया है।
कौन हैं एस जगतरक्षकन?
76 साल के डीएमके नेता एस जगतरक्षकन तमिलनाडु के अरक्कोणम लोकसभा सीट से सांसद हैं। वह तमिलनाडु के एक नामी कारोबारी भी हैं। ईडी ने बताया है कि सांसद एस जगतरक्षकन, उनके परिवार और संबंधित भारतीय इकाइयों के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम यामी फेमा के तहत जांच शुरू की गई थी।
जांच के बाद सांसद जगतरक्षकन और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर अनेक चल और अचल संपत्तियों के लिए फेमा की धारा 37 ए के तहत 11 सितंबर, 2020 को एक जब्ती आदेश पारित किया गया था। इनकी कीमत 89.19 करोड़ रुपये है। इस संपत्ति को कुर्क कर लिया गया है और अब सांसद पर 908 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। (इनपुट: भाषा)
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