श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस लगातार साक्ष्य जुटाने में लगी है। इसी बीच सूत्रों के अनुसार आफताब के पिता अमीन पूनावाला दिल्ली पुलिस के रडार पर हैं। श्रद्धा का 2020 का शिकायती पत्र सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस को शक है कि जब अमीन पूनावाला लगातार अपने बेटे आफताब के संपर्क में थे, तो इस दौरान उन्होंने श्रद्धा के बारे ने आफताब से क्यों नहीं पूछा। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें यह भी शक है कि 5 जून को जब आफताब पैकर्स एंड मूवर्स एजेंसी के जरिए अपना सामान वसई से दिल्ली शिफ्ट कर रहा था, उस वक़्त क्या अपने पिता और परिवार से मिलने उनके घर पर गया था। तब क्या उसके पिता ने सामान शिफ्ट करने में मदद की थी? इस बात की छानबीन की जा रही है।
क्या परिवार को पता थी आफताब के अपराध की जानकारी?
श्रद्धा का पत्र सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि कहीं आफताब के किए अपराध की जानकारी उसके पिता और परिवार के अन्य लोगों को तो नहीं थी? क्योंकि वह लगातार अपने बेटे की गलत आदतों को लेकर उसका बचाव कर रहे थे।
ड्रग्स के एंगल से भी पुलिस कर रही छानबीन
दिल्ली पुलिस ड्रग्स के एंगल को भी खंगाल रही है, क्योंकि सूत्रों के मुताबिक आफताब ड्रग्स का आदी था और इसके लिए वह वसई, मीरा रोड और भायंदर के ड्रग्स पेडलरों के संपर्क में भी था। वसई पहुंची दिल्ली पुलिस ने इंडिया टीवी को ये भी बताया कि दिल्ली शिफ्ट किए गए 37 सामानों के अलावा 2 अलमारी एक फ्रिज आफ़ताब ने यहीं बेच दिया था। उन्हें उत्तर भारत घूमने जाना था, पैसों को किल्लत थी। इसलिए उन्होंने गैर जरूरी बड़े सामानों को बेच दिया।
जो मोबाइल खाड़ी में फेंका था, उसी जगह पर मिलना नामुमकिन: विशेषज्ञ
दिल्ली पुलिस सूत्रों ने ये भी बताया कि मुंबई के भायंदर की खाड़ी में ड्राइवर के जरिए पहले ही दिन बताए गए स्पॉट पर पूरी छानबीन की गई थी
लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। अब दोबारा भायंदर की खाड़ी में तलाशी का फिलहाल कोई प्लान नहीं है। क्योंकि समुद्र विज्ञान के जानकार लोगों की सलाह ली गई है। श्रद्धा का जो मोबाइल फ़ोन आफ़ताब ने कथित तौर पर खाड़ी में फेंका था, उसका अब उसी जगह पर होना नामुमकिन है। वैसे भी तलाशी की प्रक्रिया एक बार की जा चुकी है।
अभी तक 20 लोगों के बयान लिए गए
अभी तक 20 लोगों के बयान लिए गए हैं। इसमें 18 लोगों के बयान केस से रिलेवेंट हैं। दिल्ली पुलिस सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि आफ़ताब के पुराने रिकॉर्ड सहित उसके ढाई 3 साल के इतिहास को खंगाल रही है ताकि कोर्ट मे परिस्थितियों के मुताबिक केस को मजबूती मिल सके।