हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में एक बार फिर डायरिया का प्रकोप दिख रहा है और जिले के 12 गांवों में एक सप्ताह से भी कम समय 200 से अधिक लोग इससे पीड़ित पाए गए हैं। मामले सामने आने के बाद से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम एक्शन में आ गई है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इससे पहले मार्च में भी जिले में ऐसा ही प्रकोप देखने को मिला था और 400 से अधिक लोग इससे पीड़ित पाए गए थे। हालांकि प्रशासन ने करीब 10 दिन में इसपर काबू पा लिया था।
फील्ड में उतरे अधिकारी
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने लंबलू, चामनेड, गसोटा, बफरिन और पंधेर ग्राम पंचायतों के तहत आने वाले प्रभावित गांवों में अपनी टीम भेजी हैं। हमीरपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर. के. अग्निहोत्री ने बताया कि सोमवार को जल जनित बीमारी डायरिया के 44 लोग पीड़ित पाए गए, जिनमें से चार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा 160 पीड़ित घरों पर हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहला मामला शुक्रवार को सामने आया था और तब से संख्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि लंबलू और चामनेड पंचायतों में 120 मरीज हैं।
बासी भोजन और अधिक पके फल न खाने का अनुरोध
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से केवल उबला हुआ पानी पीने तथा बासी भोजन एवं अधिक पके फल न खाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, "स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को सभी सुविधाएं उनके घर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं।" (भाषा इनपुट्स के साथ)
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