Highlights
- सीबीआई की छापेमारी में बिल्डर का हेलीकॉप्टर जब्त
- बिल्डर अविनाश भोसले के परिसर के घर मिला हेलीकॉप्टर
- अबतक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी से जुड़ा मामला
DHFL Scam Case: देश के अबतक के सबसे बड़े बैंक घोटाले (DHFL घोटाला) के संबंध में केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने बिल्डर अविनाश भोसले के परिसर से अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर जब्त किया है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने पुणे में बिल्डर अविनाश भोसले के परिसरों की तलाशी के दौरान एक हेलीकॉप्टर जब्त किया गया है।
मई में ही गिरफ्तार हो चुका है बिल्डर अविनाश
सूत्रों की मानें तो बिल्डर अविनाश भोसले कथित तौर पर DHFL से जुड़े घोटाले में शामिल था, जिससे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में 17 बैंकों के एक संघ को 34,615 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। ये हेलीकॉप्टर ऑगस्टा वेस्टलैंड (AgustaWestland) का बताया जा रहा है। CBI ने ये कार्रवाई DHFL घोटाला मामले में की है। CBI ने इस घोटाले में आरोपी पुणे के बिल्डर अविनाश भोसले के एक ठिकाने पर छापा मारा है। अविनाश भोसले ABIL समूह की कंपनियों का प्रमोटर है। अविनाश भोसले को CBI मई में ही गिरफ्तार कर चुकी है। उससे पूछताछ के बाद आज पुणे के उसके एक ठिकाने पर छापा मारा गया और उसके ऑगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर को अपने कब्जे में ले लिया।
सबसे बड़े बैंक घोटाले के बारे में जानें
DHFL ने कथित तौर पर नौ रियल एस्टेट कंपनियों के जरिए 14,683 करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की है। सीबीआई ने यह आरोप लगाते हुए कहा था कि ये कंपनियां तत्कालीन अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कपिल वधावन, निदेशक धीरज वधावन और व्यवसायी सुधाकर शेट्टी के नियंत्रण वाली हैं। सीबीआई दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) में 34,615 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच कर रही है। जांच एजेंसी ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में 17 बैंकों के समूह के साथ कथित धोखाधड़ी मामले में डीएचएफएल के कपिल वधावन और धीरज वधावन के खिलाफ ताजा मामला दर्ज किया है। यह एजेंसी की जांच के दायरे में आई अबतक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी है। सीबीआई ने बैंक से 11 फरवरी, 2022 को मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई की है।
CBI के हाथ लगी थीं करोड़ों की पेंटिंग, घड़ियां और जवाहरात
बता दें कि कुछ दिन पहले ही CBI ने DHFL की संलिप्तता वाले देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले के सिलसिले में नए सिरे से तलाशी ली है, जिसमें भारत के मशहूर चित्रकारों एफ.एन. सूजा और एस.एच. रजा की पेंटिंग भी मिली है। इनकी पेंटिंगों की कीमत करीब 5.5 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के बाद जब्त करीब 12 करोड़ रुपये के लग्जरी सामान में एस.एच. रजा द्वारा 1956 में कैनवास पर ‘‘विलेज’’ शीर्षक से बनाई गई ऑयल पेंटिग और एफ.एन. सूजा द्वारा साल 1964 में लिनन (कपड़े) पर बनाई गई बिना शीर्षक की तस्वीर शामिल है, जिनकी कीमत 3.5 करोड़ रुपये और दो करोड़ रुपये है। CBI की ओर से जारी बयान में कहा गया कि छापेमारी के दौरान केंद्रीय एजेंसी ने जैकेब ऐंड कंपनी और फ्रैंक मुलर जिनेवा की दो सुपर लग्जरी घड़ियां भी जब्त की हैं, जिनकी कुल कीमत करीब पांच करोड़ रुपये है।