नई दिल्ली: दिल्ली में आज इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। राजधानी में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोहरे की चादर में लिपटी देश की राजधानी धर्मशाला, नैनीताल और देहरादून से भी ज्यादा ठंडी हो गई है। घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी 200 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल परिवहन पर असर पड़ा है। इस बीच मौसम विभाग ने ठंड को लेकर दिल्ली-एनसीआर में अगले दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 से 48 घंटों के लिए शीतलहर की स्थिति बनी रहने की संभावना है। गंगा के मैदानी क्षेत्रों और उससे लगते मध्य तथा पूर्वी भाग में कोहरे की मोटी परत बिछी हुई है।
विजिबिलिटी घटकर 200 मीटर हुई
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर के पास पालम में बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे विजिबिलिटी 200 मीटर दर्ज की। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच रहने पर ‘बेहद घना कोहरा’, 51 मीटर से 200 मीटर के बीच ‘घना कोहरा’, 201 मीटर से 500 मीटर के बीच ‘मध्यम कोहरा’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच रहने पर ‘हल्का कोहरा’ माना जाता है।
दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, बर्फीले हिमालय से शुरू होकर मैदानों से होते हुए आती सर्द हवाओं के कारण बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन अंक नीचे 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो एक दिन पहले 8.5 डिग्री सेल्सियस था। दिल्ली में न्यूनतम तापमान धर्मशाला (5.2 डिग्री), नैनीताल (छह डिग्री) और देहरादून (4.5 डिग्री) से भी कम दर्ज किया गया।
अगले 24 से 48 घंटों के लिए शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी-आईएमडी
दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान दिल्ली विश्वविद्यालय के पास 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर.के.जेनामणि ने कहा, ''दिल्ली में शीत लहर जारी है और अधिकतम तापमान भी कम है, जिससे सर्दी बनी हुई है। अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 13 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। हालांकि दिल्ली में कोहरे की स्थिति में सुधार हुआ है।'' जेनामणि ने कहा, 'अगले 24 से 48 घंटों के लिए शीत लहर की स्थिति बनी रहने की संभावना है। हालांकि हालिया पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण कुछ सुधार होगा, जिससे सात जनवरी के बाद उत्तर-पश्चिमी भारत में असर पड़ सकता है।'' दिल्ली में मंगलवार को लोधी रोड, पालम, जफरपुर और मयूर विहार समेत कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच अंकों की गिरावट दर्ज की गई।