
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली और यूपी सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिन तक तेज गर्मी पड़ने के आसार हैं। आईएमडी ने बताया कि अगले दो दिनों में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान 2-3 डिग्री तक बढ़ सकता है। हालांकि, इसके बाद कुछ दिनों के लिए राहत मिलने के आसार हैं। हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में भी गर्मी बढ़ सकती है। दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत तापमान से 2.8 डिग्री ज्यादा है। अगले दो दिनों में इसमें बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सोमवार रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है, लेकिन मैदानी इलाकों के तापमान पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा। अगले चार दिनों में उत्तर प्रदेश में तापमान 4-6 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की संभावना है।
इन इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार
25-27 मार्च को जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद क्षेत्र में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, 26 मार्च को इन जगहों पर भारी बारिश या बर्फबारी भी हो सकती है। 25-27 मार्च को हिमाचल प्रदेश में और 26-27 मार्च को उत्तराखंड में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
पहाड़ों पर होगा पश्चिमी विक्षोभ का असर
स्काईमेट वेदर में जलवायु और मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, "हालात बहुत शुष्क हैं। एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, लेकिन इसका प्रभाव पहाड़ों तक ही सीमित रहेगा। बादल रहित आसमान और सीधी धूप के कारण उत्तर-पश्चिम भारत, खासकर मैदानी इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान बढ़ने की उम्मीद है। हवाएं भी दक्षिण-पश्चिमी होने की उम्मीद है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद हम तापमान में बहुत ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं कर सकते। 27 मार्च के बाद तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है।"
कैसा रहेगा दिल्ली का हाल?
पलावत ने कहा, "दिल्ली और आसपास के इलाकों में अधिकतम तापमान भी 30 डिग्री तक पहुंचने की उम्मीद है।" रविवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि यहां आर्द्रता का स्तर 67 से 24 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम विभाग ने सोमवार को आसमान साफ रहने के साथ अधिकतम तापमान के 34 डिग्री सेल्सियस पहुंचने, जबकि न्यूनतम तापमान के 17 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली में शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 189 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।
दक्षिण भारत में भी बारिश के आसार
दक्षिण छत्तीसगढ़ से उत्तरी केरल तक महाराष्ट्र के अंदरूनी हिस्सों और कर्नाटक के अंदरूनी हिस्सों तक एक द्रोणिका रेखा बनी हुई है। इसके प्रभाव से, तमिलनाडु पुडुचेरी, कराईकल, लक्षद्वीप, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और कर्नाटक में 25 मार्च को और केरल और माहे में 27 मार्च तक गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-50 किमी प्रति घंटे) के साथ छिटपुट से लेकर हल्की-मध्यम बारिश होने की संभावना है। (इनपुट- पीटीआई)