देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार की सुबह से ही हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को बम की धमकी मिली है। डीपीएस समेत कई नामी स्कूलों को बम की धमकी का ईमेल मिलने के बाद पुलिस अलर्ट पर है। स्कूलों में दिल्ली पुलिस, बम स्क्वाड और दमकल गाड़ियां पहुंचकर तलाशी अभियान चला रही हैं। अब तक कहीं पर भी कोई खतरे वाली चीज नहीं मिली है लेकिन एक साथ इतने स्कूलों को मिली धमकी के बाद प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।
एसओपी में क्या-क्या होता है?
दरअसल, SOP का मतलब होता है स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर। इसके तहत किसी भी आपदा के समय लोगों को सुरक्षित रखे जाने वाले कदम उठाए जाते हैं। एसओपी के तहत जहां बम की खबर होती है वहां, पुलिस, बम स्क्वाड, दमकल और एंबुलेंस आदि को लाया जाता है। इस दौरान खतरे वाले क्षेत्र को खाली कराया जाता है और लोगों को पहले बाहर निकाल लिया जाता है। इसके बाद इस क्षेत्र की घेराबंदी की जाती है। इसके बाद पुलिस और बम स्क्वाड की टीमें सघन तलाशी लेती हैं और अगर बम मिले तो उसे निष्क्रिय करने के उपाय किए जाते हैं।
सभी स्कूलों की जांच पूरी
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि सभी स्कूलों की जांच पूरी हो गई है। किसी स्कूल में कुछ भी संदिग्ध नही मिला। बम की धमकी के ये ईमेल थ्रेट होक्स डिक्लेयर किए गए हैं। धमकी भेजने वाले ईमेल का सर्वर आईपी एड्रेस पता करने की कोशिश जारी है। नोएडा-गाज़ियाबाद-दिल्ली पुलिस कॉर्डिनेशन के साथ तफ्तीश को आगे बढ़ा रही है। शक है कि ईमेल भेजने के लिए एक ही आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया गया।
LG ने पुलिस कमिश्नर से बात की
दिल्ली-NCR के स्कूलों में बम थ्रेट के बाद LG ने पुलिस कमिश्नर से बात की है। वहीं, LG ने अभिभावकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और स्कूलों और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रशासन का सहयोग करें। उपराज्यपाल ने कहा है कि उपद्रवियों और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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