दिल्ली एनसीआर के 100 से अधिक स्कूलों में एक साथ बम की धमकी से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पुलिस प्रशासन ने बम स्क्वाड के साथ मिलकर सभी स्कूलों में जांच की है लेकिन अब तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। हालांकि, इतनी बड़ी संख्या में स्कूलों को मिली धमकी ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। इस बार धमकी मास लेवल पर है, इसलिए मेल भेजने वाले को लेकर केंद्रीय एजेंसियां भी एक्टिव हो गई हैं। इस बीच इस पूरे मामले में रूस का नाम भी सामने आया है।
डोमेन नाम रूस का
जांच में पता लगा है कि जहां से मेल आया है उसका डोमेन नाम रूस का है। हेडर में आईपी एड्रेस शामिल होता है। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आईपी एड्रेस की जांच की जाती है। आईपी एड्रेस की जांच भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र द्वारा की जाती है। ईमेल की भाषा सर्वर रशिया की लग रही है। आईपी एड्रेस मेल भेजने वाले की पता करने की कोशिश की जा रही है।
किसी संगठन के होने का शक
जांच एजेंसियों को शक है स्कूलों में धमकी भरे ईमेल के पीछे किसी एक शख्स का नहीं बल्कि किसी संगठन का हाथ है। इस पूरी साजिश के तार विदेश से जुड़े हो सकते हैं। साजिश के तहत आज का दिन और वक़्त सुनिश्चित किया गया था। शक के पीछे आधार है कि सभी स्कूलों को एक साथ और एक वक्त पर करीब-करीब एक जैसा ईमेल भेजा गया।
इंटरपोल की मदद ली जाएगी
जांच एजेंसियों को शक है कि ईमेल भेजने के लिये जिस IP एड्रेस का इस्तेमाल हुआ, उसका सर्वर विदेश में मौजूद है। ये भी शक है कि ईमेल भेजने के लिए एक ही आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया गया। इस कारण दिल्ली पुलिस धमकी के ईमेल मामले की जांच के लिए इंटरपोल की मदद लेने जा रही है। नोएडा-गाज़ियाबाद-दिल्ली पुलिस एक साथ मिलकर जांच को आगे बढ़ा रही है।
ये भी पढ़ें- Delhi Bomb Threat: बम की धमकी के बाद क्या होती है SOP, प्रशासन क्या-क्या कदम उठाता है? जानें