Highlights
- 62,000 शिक्षकों के ट्रनिंग के लिए बनाया गया नया ब्लॉक
- IIT मुम्बई और IIT गांधी नगर में ट्रेनिंग दिलाई जा रही
- SCERT अपने सभी डाइट को मॉडर्न बनाने का काम कर रही
Delhi News: दिल्ली के शिक्षकों को IIT मुम्बई और IIT गांधी नगर जैसे विशेष संस्थानों में ट्रेनिंग दिलाई जा रही है। दिल्ली के 600 प्री-सर्विस टीचर ट्रेनीज को एक्सपोजर विजिट के तहत अभी तक IIT मुम्बई, IIT गांधी नगर व टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज रिसर्च मुंबई में भेजा गया। शिक्षकों के प्रशिक्षण को मजबूती देने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (SCERT) दिल्ली में नए ट्रेनिंग ब्लॉक का निर्माण भी करवाया गया है। SCERT द्वारा विकसित किया जा रहा टीचर-ट्रेनिंग मैनेजमेंट सिस्टम भविष्य में टीचर-ट्रेनिंग और शिक्षकों के प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए मददगार साबित होगा। इसमें 62,000 शिक्षकों के प्रोफाइल, प्रशिक्षण कार्य, ग्रोथ और प्रशिक्षण संसाधनों का डेटाबेस शामिल होगा।
लीडरशिप ट्रेनिंग के लिए भेजा गया कैंब्रिज
SCERT द्वारा इस साल अब तक 2 बैचों में 60 स्कूल प्रमुखों को लीडरशिप ट्रेनिंग के लिए कैंब्रिज भेजा गया है। ट्रेनिंग के लिए ही दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 400 स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों को अब तक IIM सहित अन्य विभिन्न स्थानों पर ट्रेनिंग और एक्सपोजर के लिए भेजा जा चुका है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को साझा किया कि SCERT अपने सभी डाइट को मॉडर्न बनाने का काम कर रही है। जिसके तहत लाइब्रेरीज को डिजिटलाइज्ड करने, विभिन्न लैब स्थापित करने, इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने और ट्रेनिंग फैसिलिटीज को आधुनिक बनाने का काम किया जा रहा है।
विश्व स्तर के सुविधाओं से लैस है यह ट्रेनिंग ब्लॉक
विश्वस्तरीय ट्रेनिंग सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया यह ट्रेनिंग ब्लॉक शिक्षक प्रशिक्षण की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इनमें 5 बड़े ट्रेनिंग हॉल,ऑडिटोरियम,कांफ्रेंस रूम,फैकल्टी ऑफिस,इनसेट रूम व कैफेटेरिया शामिल है। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि SCERT के इस नए ट्रेनिंग ब्लॉक से दिल्ली में शिक्षक प्रशिक्षण को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में मदद मिलेगी। यहां हमारे शिक्षकों को अच्छे वातावरण में अच्छी सुविधाओं के साथ ट्रेनिंग दी जा सकेंगी, तथा यह नया ब्लॉक दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में रिसर्च व इनोवेशन के सेंटर के रूप में भी कार्य करेगा।
सरकार ने अपना काम किया अब SCERT की बारी
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के रूप में हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने संस्थानों को सभी सुविधाएं व अवसर मुहैया करवाए और पिछले 7 सालों से हम दिल्ली में प्रतिबद्धता के साथ इसे सुनिश्चित करने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस ट्रेनिंग ब्लॉक के लिए सुविधाएं मुहैया करवाने का काम किया है लेकिन इससे आगे का काम SCERT का है कि कैसे शिक्षकों को यहां शानदार ट्रेनिंग देते हुए स्कूली शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाए।
माइंडसेट करिकुलम के अंतर्गत 39,405 शिक्षकों को ट्रेनिंग दिया गया
सिसोदिया ने बताया कि अकादमिक सत्र 2021-22 में SCERT ने मिशन बुनियाद के लिए 82,000 से ज्यादा शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया और इस सत्र में हमारे तीनों माइंडसेट करिकुलम के अंतर्गत अब तक 39,405 शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया गया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस सत्र में SCERT ने अपने विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों को एक्सपोजर देने के लिए विभिन्न नेशनल व इंटरनेशनल विजिट का आयोजन भी किया गया है।