Highlights
- आप सरकार पर एक और बड़े घोटाले का आरोप
- सीवीसी की रिपोर्ट पर भाजपा ने लगाया शिक्षा विभाग में करोड़ों के घोटाले का आरोप
- अभी कुछ दिन पहले ही सिसोदिया पर शराब घोटाले में दर्ज हुई थी एफआइआर
Manish Sisodia in new trouble: दिल्ली में नई आबकारी नीति मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर पहले से ही सीबीआइ की ओर से गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इसी बीच सिसोदिया अब एक नई मुश्किल में फंस गए हैं। इससे पूरी आम आदमी पार्टी (आप) में खलबली मच गई है। सीबीआइ की एफआइआर में दिल्ली के शराब घोटाले में आरोपी नंबर वन बनाए गए मनीष सिसोदिया के खिलाफ अब एक और नए घोटाले का जिन्न सामने आ गया है। भाजपा ने आप के शिक्षा मॉडल को उगाही वाला बताते हुए कई करोड़ के बड़े शिक्षा घोटाले का आरोप मढ़ा है।
भाजपा ने दिल्ली के शिक्षा विभाग में घोटाले का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि आप की सरकार ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के दिशानिर्देशों की अनदेखी करते हुए स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण की लागत बढ़ा दी। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने 2020 में दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग को भेजी गई केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कक्षाओं के निर्माण की लागत में 326 करोड़ रुपये की वृद्धि की गई, जो निविदा राशि से 53 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए नयी निविदा भी नहीं निकाली।
शौचालय को भी दर्शाया शिक्षा कक्ष
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के जिस शिक्षा मॉडल की तारीफ विदेश में होने की बात कर रहे थे, उनके शिक्षा मंत्री पर भाजपा ने गंभीर आरोप मढ़ा है। यह आरोप हवा में नहीं, बल्कि सीवीसी की रिपोर्ट को आधार बनाकार लगाया गया है। ऐसे में आरोपों की गंभीरता स्वतः बढ़ जाती है। हैरानी कि बात है कि दिल्ली सरकार ने शौचालयों को कक्षाओं के रूप में दिखाया ताकि स्कूलों के बुनियादी ढांचे से संबंधित आंकड़े बढ़ाए जा सकें। भाजपा ने आरोप लगाया कि आप का शिक्षा मॉडल वास्तव में ‘‘उगाही मॉडल’’ है। भाजपा प्रवक्ता भाटिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल के ‘डीएनए’ में भ्रष्टाचार है। यह ‘आप’ की नहीं, ‘पाप’ की सरकार है। वह और (उप मुख्यमंत्री मनीष) सिसोदिया भ्रष्टाचार में माहिर हैं।
कहां गया इतना सारा पैसा
भाटिया ने केजरीवाल और सिसोदिया से सवाल पूछा है कि यह सब पैसा कहां गया? क्या यह आपकी जेब में गया अरविंद केजरीवाल जी? क्या आपने रिपोर्ट का संज्ञान लिया? आपने क्या कार्रवाई की? ’’ भाटिया ने दावा किया कि कानून के मुताबिक केजरीवाल और उनके मंत्रियों को सजा भुगतनी होगी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आप सरकार ने दिल्ली में 500 नए स्कूल बनवाने का वादा किया था। हालांकि ऐसा किया नहीं गया। फिर उन्होंने कहा कि मौजूदा स्कूलों में वे और कमरों का निर्माण करेंगे। कमरों की संख्या 2,400 से बढ़ाकर 7,180 की गई। निर्माण लागत में 90 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी गई।
सीवीसी रिपोर्ट के अनुसार किया गया बड़ा घालमेल
सीवीसी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बढ़ी हुई लागत में 6,133 कक्षाओं का निर्माण करना था, लेकिन 4,027 कक्षाओं का ही निर्माण किया गया। सूत्रों के मुताबिक, 194 स्कूलों में 37 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च से 1,214 शौचालयों का निर्माण किया गया। जबकि जरूरत 160 शौचालयों की थी। भाटिया ने कहा कि सीवीसी रिपोर्ट के मुताबिक, पीडब्ल्यूडी ने 29 वर्षा जल संचयन प्रणाली बनाने का दावा किया था, लेकिन सिर्फ दो ही बनाए गए थे। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए 989.26 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। उनके मुताबिक सभी निविदाओं का अवार्ड मूल्य 860.63 करोड़ रुपये था। हालांकि वास्तविक खर्च बढ़कर 1,315.57 करोड़ रुपये हो गया।
केजरीवाल ने किन मित्रों को पहुंचाया फायदा
भाजपा ने केजरीवाल सरकार से सवाल किया कि आपने नयी निविदा क्यों नहीं निकाली? अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए क्या आपने ऐसा किया?’’ दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि ढाई साल पहले यह रिपोर्ट आई थी, लेकिन दिल्ली सरकार ने इसे क्यों सार्वजनिक नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक गंभीर मामला है। आपने शिक्षा के मंदिर तक को नहीं छोड़ा। केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।