Monday, December 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. Delhi AIIMS: दिल्ली एम्स में सांसदों के इलाज के लिए एसओपी जारी, जानें डॉक्टरों ने क्या कहा?

Delhi AIIMS: दिल्ली एम्स में सांसदों के इलाज के लिए एसओपी जारी, जानें डॉक्टरों ने क्या कहा?

Delhi AIIMS: डॉक्टरों के एक धड़े ने इसे 'वीआईपी संस्कृति' बताते हुए इसकी आलोचना की है।

Edited By: Shashi Rai @km_shashi
Published : Oct 20, 2022 13:31 IST, Updated : Oct 20, 2022 13:31 IST
 Delhi AIIMS
Image Source : FILE PHOTO Delhi AIIMS

Highlights

  • दिल्ली एम्स में सांसदों के इलाज के लिए एसओपी जारी
  • डॉक्टरों के एक धड़े ने इसे 'वीआईपी संस्कृति' बताते हुए इसकी आलोचना की

Delhi AIIMS: सांसदों के लिए इलाज की सुविधाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए दिल्ली स्थित एम्स ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है, जिसके तहत उनकी चिकित्सकीय देखभाल व्यवस्था के समन्वय के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। डॉक्टरों के एक धड़े ने इसे 'वीआईपी संस्कृति' बताते हुए इसकी आलोचना की है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक एम. श्रीनिवास ने लोकसभा सचिवालय के संयुक्त सचिव वाई. एम. कांडपाल को हाल ही में लिखे एक पत्र में ‘आउट पेशेंट विभाग’ (ओपीडी), आपातकालीन परामर्श और लोकसभा व राज्यसभा दोनों के मौजूदा सांसदों को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए जारी एसओपी की जानकारी दी। 

कुछ डॉक्टर्स ने की आलोचना

डॉ. श्रीनिवास ने बताया कि सभी व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन के लिए अस्पताल प्रशासन विभाग के अधिकारी एम्स नियंत्रण कक्ष में चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगे। एम्स के निदेशक ने पत्र में कुछ नंबर भी दिए जिस पर फोन करके सांसदों के कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात अधिकारी से बात कर सकते हैं। ‘फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ (एफओआरडीए) ने हालांकि, इस कदम पर सवाल उठाते हुए कहा कि सांसदों के लिए विशेष व्यवस्थाओं से मरीजों को मिलने वाली सेवाओं पर असर पड़ सकता है। 

'हम इस वीआईपी संस्कृति की निंदा करते हैं'

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम इस वीआईपी संस्कृति की निंदा करते हैं। किसी भी मरीज को दूसरे के विशेषाधिकारों से नुकसान नहीं होना चाहिए। ऐसा कहा जा रहा है कि चीजों को सुव्यवस्थित करने के लिए बनाए इस ‘प्रोटोकॉल’ को अपमानजनक नहीं मानना चाहिए, लेकिन इससे किसी अन्य रोगी की देखभाल में बाधा नहीं आनी चाहिए।’’ 

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement