दिसंबर माह का पहला पखवाड़ा बीतने वाला है। है। लेकिन अभी तक दिल्ली वाली ठंड नहीं पड़ रही है। तापमान सामान्य से ज्यादा है। हालांकि IMD का यह कहना है कि 13 दिसंबर यानी मंगलवार से एक बार फिर से हवा की रफ्तार तेज होगी क्योंकि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर अब हिमालय के इलाकों में लगभग खत्म हो चुका है। जानिए कब से बदलेगा मौसम?
दिसंबर के महीने में हर साल दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड पड़ती है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सर्दी वैसे भी काफी अधिक पड़ती है। हालांकि, इस साल आधा दिसंबर बीतने को है, लेकिन अभी तक कड़ाके की ठंड का महसूस नहीं हो रही है। पिछले दो दिनों से तो तापमान सामान्य से करीब 5 डिग्री ज्यादा चल रहा है। लोगों के मन में सवाल है कि दिसंबर के महीने में दिन का तापमान सामान्य से अधिक क्यों है और सर्दी क्यों नहीं पड़ रही है? इस बीच मौसम विभाग के मुताबिक, मौजूदा परिस्थितियां कल यानी 13 दिसंबर तक रहेंगी। इसके बाद तापमान में गिरावट दर्ज होने का अनुमान है।
हवाओं की रफ्तार सुस्त पड़ने से तापमान में बढ़ोतरी
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से हिमालय और उसके ऊपरी हिस्सों में एक सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ काम कर रहा था। मौसम विभाग के जानकार बताते हैं कि एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से ही मौजूदा तापमान में बढ़ोतरी हुई है। मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार जिस समय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पहाड़ों पर एक्टिव होता है उस समय मैदानी इलाकों में हवाओं की रफ्तार कम हो जाती है। जब हवाओं की रफ्तार कम होती है तो इससे तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होती है। ऐसा ही मौसम पिछले दो-तीन दिनों से दिल्ली और आसपास के इलाकों में महसूस किया जा रहा है।
13 दिसंबर से बढ़ सकती है ठंड
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, ऐसा भी नहीं है कि सर्दियां दिल्ली से काफी दूर हैं। IMD का अनुमान है कि 13 दिसंबर यानी मंगलवार से एक बार फिर से हवा की रफ्तार तेज होगी क्योंकि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर अब हिमालय के इलाकों में लगभग खत्म हो चुका है। इसलिए जो बर्फबारी हिमालय के इलाकों में हुई है, खासतौर पर कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में उसका असर दिल्ली की सर्दी पर भी दिखाई देगा।