नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान Mocha ने प्रचंड रूप ले लिया है। यह तूफान फिलहाल पोर्ट ब्लेयर से लगभग 530 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में बंगाल की खाड़ी में केंद्रित है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इस तूफान से निपटने के लिए एहितयाती कदम उठाए हैं वहीं त्रिपुरा में इस तूफान का असर कल से मंगलवार तक पड़ेगा।
तटीय इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा
पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात Mocha की संभावित तबाही से निपटने के लिए ऐहतियाती कदम उठाए हैं और राज्य के निचले तथा तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भेज दिया गया है। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक, पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों के निचले तटीय इलाकों और सुंदरवन के कुछ इलाकों में सुरक्षित आश्रयों में तिरपाल, पीने के पानी के पैकेट, दूध पाउडर, सूखा भोजन, शिशु आहार और दवाएं भेजी गई हैं।
अधिकारी ने बताया, ‘हालांकि, मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि चक्रवात Mocha पश्चिम बंगाल को चकमा देगा, लेकिन हमने चक्रवात के रुख में किसी भी प्रकार का बदलाव होने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी ऐहतियाती कदम उठाए हैं। हमने दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर के निचले तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया है और इन क्षेत्रों में पर्याप्त राहत सामग्री भेजी गई है।'
बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर रविवार को दस्तक देगा तूफान
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान Mocha के बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर रविवार को दस्तक देने की आशंका है। अधिकारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन दल, नागरिक स्वयंसेवक समूह पर्यटकों के बीच लोकप्रिय दीघा, शंकरपुर, बक्खाली क्षेत्रों में पहुंच गए हैं। मछुआरों और पर्यटकों को शुक्रवार से तीन दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की आठ खोजी और बचाव इकाइयां बृहस्पतिवार रात पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा पहुंच गईं। (इनपुट-भाषा)