Biparjoy Cyclone: देश के तटीय इलाकों में एक बार फिर चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। इस बार खतरा चक्रवाती तूफान का नाम बिपरजॉय है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटों में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय और भी भयान रूप ले सकता है। इसके बाद यह गंभीर चक्रवाती तूफान बन सकता है। इस तूफान का असर गोवा, कर्नाटक, उत्तरी केरल के तटीय इलाकों में देखने को मिल सकती है। इस दौरान यहां तूफान व तेज बारिश देखने को मिल सकती है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा गुरुवार को कहा गया कि बिपरजॉय अगले 24 घंटे में खतरनाक रूप ले सकता है।
चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' का खतरा
मौसम विभाग ने कहा कि अगले तीन दिन के दौरान यह तूफान उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ जाएधगा। इस तूफान की चपेट में उत्तर केरल, कर्नाटक, गोवा के तटीय इलाके आ सकते हैं। स्काईमेट वेदर के मुताबिक चक्रवाती तूफान को तटीय इलाकों तक पहुंचने के लिए काफी लंबी यात्रा करनी है। ऐसे में तूफान खतरनाख रूप ले सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल यह गोवा से करीब 800 किमी पश्चिम दक्षिण में है और मुंबई से 910 किमी दक्षिण पश्चिम में है। यहां से इसके उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है। यह जैसे जैसे आगे बढ़ेगा वैसे वैसे इसका रूप विकराल होने की संभावना है।
समुद्र में न जाने की चेतावनी
इस चक्रवात के कारण सौराष्ट्र और गुजरात के कुछ इलाकों में 9 से 11 जून के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं इस तूफान को लेकर केरल, कर्नाटक और गोवा की सरकार अलर्ट मोड में हैं। किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। सरकार की ओर से मछुआरों को 14 जून तक समुद्र में न जाने की चेतावनी भी दी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक इस चक्रवात का मानसून पर प्रभाव पड़ सकता है। मौसम विभाग ने मॉनसून के केरल में दस्तक देने की अबतक किसी भी तारीख को नहीं बताया है। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि मॉनसून 8 या 9 जून तक केरल दस्तक दे देगा।