Highlights
- NDRF ने आंध्र प्रदेश में 9 टीमें तैनात की हैं, जबकि 7 और टीमों को तैयार रहने को कहा गया है।
- ओडिशा में एक टीम को तैनात किया गया है और 17 टीमों को तैयार रहने को कहा गया है।
- पश्चिम बंगाल में 12 टीमों को तैनात किया गया है और 5 टीमों को तैयार रखा गया है।
नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को बेहद तीव्र चक्रवात ‘असानी’ से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया, जो आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों से दूर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बढ़ रहा है, जहां नागरिकों की सहायता के लिए बचाव दल तैनात किए गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने आंध्र प्रदेश में 9 टीमें तैनात की हैं, जबकि 7 और टीमों को तैयार रहने को कहा गया है। वहीं, ओडिशा में एक टीम को तैनात किया गया है और 17 टीमों को तैयार रहने को कहा गया है।
पश्चिम बंगाल में 12 टीमों को तैनात किया गया
इसी तरह, पश्चिम बंगाल में 12 टीमों को तैनात किया गया है और 5 टीमों को तैयार रखा गया है, जबकि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें भी मदद के लिए तैयार बैठी हैं। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘केंद्रीय गृह सचिव ने बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘असानी’ के मद्देनजर आज आंध्र प्रदेश और ओडिशा में केंद्रीय मंत्रालयों, एजेंसियों व प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की।’ भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि चक्रवात के 11 मई की दोपहर तक काकीनाड़-विशाखापत्तनम तटों के पास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने का अनुमान है, जिसके बाद यह काकीनाड़ और विशाखापत्तनम के बीच आंध्र तट की तरफ आगे बढ़ सकता है।
आंध्र में चल सकती हैं 95 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं
IMD के मुताबिक, चक्रवात के कारण आंध्र के तटीय इलाकों में 75-85 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 95 किलोमीटर प्रति घंटे, जबकि ओडिशा के तटों पर 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। चक्रवात के मद्देनजर मछली पकड़ने से जुड़ी गतिविधियों को निलंबित करने की सलाह दी गई है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, केंद्रीय गृह सचिव ने केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने तथा किसी भी तरह की मदद के लिए आंध्र प्रदेश व ओडिशा के प्रशासन के संपर्क में रहने का निर्देश दिया है।
चक्रवात पर करीबी नजर बनाए हुए है मौसम विभाग
IMD चक्रवात पर करीबी नजर रख रहा है और अब तक 20 राष्ट्रीय बुलेटिन जारी कर चुका है। वह स्थानीय प्रशासन को लगातार चक्रवात की स्थिति के बारे में सूचित कर रहा है और लोगों की जान बचाने के उपाय सुझा रहा है। चक्रवात ‘असानी’ के कारण सोमवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में मध्यम से तीव्र स्तर की बारिश हुई। मौसम विभाग कार्यालय ने कहा कि पश्चिम-मध्य और उससे सटी दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में बेहद तीव्र हलचल बने रहने के आसार हैं। विभाग के अनुसार, चक्रवात के कारण कोलकाता, हावड़ा, पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना और नादिया जिलों सहित पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से में सोमवार से गुरुवार के बीच भारी बारिश होने का अनुमान है।