स्टॉकहोम: क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कोई शख्स सिर्फ खाली बोतल और कैन बेचकर करोड़पति हो जाए। स्वीडन के रहने वाले कर्ट डेगरमैन ने यह कारनामा कर दिखाया था। शायद यही वजह है कि अपनी मौत के 15 साल बाद भी वह आज चर्चा का विषय बने हुए हैं। कर्ट डेगरमैन को 'टिन कैन कर्ट' नाम से भी जाना जाता था, क्योंकि वह टिन से बने कैन और बोतलें इकट्ठा कर कैश के बदले बेचते थे। उत्तरी स्वीडन के स्केलेफ्टी नाम के छोटे से कस्बे की गलियों में भटकने वाले कर्ट को फाइनैंशल मैनेजमेंट और इन्वेस्टिंग के अच्छे जानकार थे।
लाइब्रेरी में जाकर बिजनेस की किताबें पढ़ते थे
कर्ट को स्केलेफ्टी गलियों में उनकी ब्लू जैकेट और चकत्ती लगे पैंट में घूमते देखा जा सकता था। वह हमेशा खाली बोतल और कैन ढूंढ़ा करते थे। वह उन बोतलों को लोकल रिसाइक्लिंग सेंटर्स में ले जाते थे, और कुछ पैसों के बदले बेच दिया करते थे। कर्ट को ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने की चाह थी, और यही वजह है कि उन्होंने स्थानीय लाइब्रेरी में जाकर बिजनस से जुड़ी किताबें पढ़ीं, और स्टॉक मार्केट के बारे में अच्छी-खासी जानकारी जुटा ली। उन्होंने आसपास के लोगों में इन्वेस्टिंग के एक्सपर्ट के रूप में अच्छी-खासी पहचान बना ली थी।
म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किए थे काफी पैसे
कैन और बोतलें बेचकर इकट्ठा किए गए पैसों को कर्ट ने म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना शुरू किया और सोने के 124 बिस्किट भी खरीदे। इसके साथ ही उन्होंने अपने सेविंग्स अकाउंट में भी पैसे डालने शुरू किए। उन्होंने कभी कार नहीं रखी और पैसे बचाने के लिए साइकिल से ही कहीं आते-जाते थे। वह अपने घर में रहते थे, इसलिए उनको कोई किराया भी नहीं देना होता था। 2008 में कर्ट की हार्ट अटैक से मौत हो गई, और उनकी सारी संपत्ति उनके चचेरे भाई को मिल गई।
संपत्ति को लेकर रिश्तेदारो में हुआ झगड़ा
सबको इस बात में दिलचस्पी थी कि आखिर कर्ट ने इतनी मेहनत करके कितने पैसे जमा किए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके पास कुल 12 करोड़ रुपये की संपत्ति निकली। हालांकि बाद में उनकी संपत्ति को लेकर विवाद हो गया। चाचा ने भी उनकी संपत्ति पर दावा कर दिया औऱ आखिरकार वकीलों की सलाह पर दोनों ने आपस में समझौता कर लिया। इस तरह बोतल और कैन जोड़-जोड़कर बनाई संपत्ति कर्ट के दो रिश्तेदारों ने आपस में बांट ली।