पुलिस ने की कई आरोपियों की पहचान
पुलिस ने बताया कि अमरावती शहर के नागपुरी गेट पुलिस थाने के बाहर शुक्रवार रात को हुई पथराव की घटना में पुलिस की कम से कम 10 वैन को नुकसान पहुंचा। एक अधिकारी ने बताया कि इस सिलसिले में 1200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस ने उनमें से कई आरोपियों की पहचान कर ली है। अमरावती के पुलिस आयुक्त नवीन चंद्र रेड्डी ने कहा, ‘कुछ संगठनों के लोगों सहित भारी भीड़ गाजियाबाद जिले के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद महाराज के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर रात करीब 08:15 बजे नागपुरी गेट पुलिस थाने पहुंची थी।’
‘पुलिसकर्मियों पर अचानक हुआ पथराव’
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि उस थाने के इंचार्ज ने भीड़ से कहा कि उनकी मांग को लेकर एक FIR पहले ही दर्ज की जा चुकी है और जांच जारी है, जिसके बाद भीड़ वापस चली गई। उन्होंने कहा, ‘जब कुछ लोगों ने महंत के बयान का वीडियो प्रसारित किया, तो लोगों का एक बड़ा ग्रुप नागपुरी गेट पुलिस थाने में लौट आया और जब पुलिस अफसर भीड़ को समझाने की कोशिश कर रहे थे तभी लोगों ने अचानक पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया।’ उन्होंने बताया कि पुलिस के सीनियर अफसरों ने स्थिति को अच्छी तरह संभाला और भीड़ को तितर-बितर किया और मौके पर एक्स्ट्रा फोर्स भेजी।
नागपुरी गेट इलाके में धारा 163 लागू
पुलिस कमिश्नर ने कहा, ‘भीड़ के हमले में कुछ पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हो गए तथा पुलिस भीड़ में शामिल लोगों के खिलाफ एक्शन ले रही है।’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने BNSS की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी कर नागपुरी गेट इलाके में 5 या इससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। पुलिस के एक अन्य सीनियर अफलर ने बताया कि पथराव की घटना में 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए और पुलिस की 10 वैन को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि पुलिस दंगा करने वालों की तलाश कर रही है। पलिस ने बताया कि यति नरसिंहानंद महाराज के खिलाफ नागपुरी गेट थाने में उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मामला दर्ज किया गया है।