Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी शहर में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां केबल पुल टूटने से नई जानें नदी में समा गईं। इस हादसे में अब तक 132 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अभी ये आंकड़े और बढ़ सकते हैं। हादसे को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता बिनॉय विश्वम ने बीजेपी पर निशाना साधा और दावा किया कि यह राज्य सरकार की घोर लापरवाही की ओर इशारा करता है।
'बीजेपी सरकार की घोर लापरवाही की ओर इशारा करता है'
मच्छु नदी पर बना करीब एक सदी पुराना केबल पुल रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया, क्योंकि चार दिन पहले ही मरम्मत के बाद इसे फिर से खोला गया था और पुल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। विश्वम ने ट्वीट किया, "गुजरात में केबल पुल का टूट कर गिरना बीजेपी सरकार की घोर लापरवाही की ओर इशारा करता है। इसकी मरम्मत पांच दिन पहले होने की बात कही गई थी। ठेकेदारों को यह साहस कहां से मिला? मुआवजा बढ़ाने की जरुरत है। इसमें राजनीतिक सांठ-गांठ के खुलासे के लिए एक विश्वसनीय जांच होनी चाहिए।"
जान गंवाने वाले व्यक्तियों के परिवारों के लिए मुआवजे का ऐलान
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वाले व्यक्तियों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के मुताबिक, पीएम मोदी ने घटना के संबंध में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात भी की। पीएमओ के अनुसार, उन्होंने बचाव कार्यों के लिए बचाव दल तत्काल तैनात करने को कहा।
यहां छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग ब्रिज पर मौजूद थे
गौरतलब है कि 26 अक्टूबर को गुजराती नववर्ष पर इस पुल को जनता के लिए फिर से खोला गया था। इससे पहले एक निजी संचालक ने लगभग छह महीने तक पुल की मरम्मत का काम किया था। रविवार शाम को बड़ी संख्या में लोग छठ के मौके पर अपने परिवारों के साथ यहां पहुंचे थे। इसके अलवा इतने समय बाद पुल खुलने की वजह से लोग यहां तस्वीरें और सेल्फी लेने के लिए भी पहुंचे थे।