Highlights
- राज्यों ने एक-चौथाई से भी कम स्वीकृत धन का किया उपयोग
- तीसरी लहर की आहट के बीच केंद्र सख्त
- देश में कोरोना के नए मामलों में हर रोज उछाल, कई राज्यों में अलर्ट
नयी दिल्ली: देश में फिर से लगातार रिकॉर्ड के साथ बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण और नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में केंद्र ने सख्त लहजे में राज्यों से अपील की है कि कोरोना पैकेज का सही से इस्तेमाल करें और स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करें।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से आपातकालीन कोविड प्रतिक्रिया पैकेज (ईसीआरपी-द्वितीय) के तहत स्वीकृत धन का बेहतर उपयोग करने का आग्रह किया है। राज्यों को आईसीयू बेड्स, ऑक्सीजन बेड्स को लेकर तेजी लाने का निर्देश दिया है।
राज्यों ने सिर्फ इस फंड के एक-चौथाई से भी कम की राशि का उपयोग किया है। इसी बाबत केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का ध्यान इस तथ्य की ओर भी दिलाया है कि उन्होंने सामूहिक रूप से आपातकालीन कोविड प्रतिक्रिया पैकेज (ईसीआरपी-द्वितीय) के तहत उपलब्ध स्वीकृत धन का केवल 17 प्रतिशत से अधिक का उपयोग किया है।
राज्यों से टेली-मेडिसिन और टेली-परामर्श के लिए आईटी उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने का आग्रह किया गया, जिसमें मानव संसाधनों का प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण, एम्बुलेंस की समय पर उपलब्धता, संस्थागत आइसोलेशन के लिए कोविड मरीज देखभाल केंद्रों के संचालन की तैयारी और घर में उन लोगों की प्रभावी और निगरानी की निगरानी शामिल है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रमुख सचिवों के साथ एक आभासी बातचीत में कोविड-19 के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य की तैयारी और राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा करने के लिए, मंडाविया ने राज्यों से जमीनी स्तर पर काम करने और निगरानी और नियंत्रण तंत्र को मजबूत करने के लिए अपनी टीमों को फिर से सक्रिय करने का आग्रह किया।
बैठक ओमिक्रॉन से संक्रमण के बढ़ते मामलों और 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण शुरू करने के हालिया निर्णयों और पहचान की गई कमजोर श्रेणियों के लिए एहतियाती खुराक के मद्देनजर आयोजित की गई थी। बैठक में चिकित्सा बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण बाधाओं पर भी चर्चा हुई।
इनपुट- आईएएनएस