कर्नाटक के कोलार जिले में शनिवार तड़के आंध्र प्रदेश के दंपति की अपनी बेटी को मिस्र भेजने के बाद घर लौटते समय मौत हो गई। मृतकों की पहचान आंध्र प्रदेश के मदनपल्ले के रहने वाले शफी उल्ला (50) और शमा (50) के रूप में हुई है। घटना कोलार जिले के श्रीनिवासपुरा के पास लक्ष्मीपुरा चौराहे के पास हुई। पुलिस के अनुसार, बेंगलुरू-मदनपल्ले राष्ट्रीय राजमार्ग पर चालक शफी ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया, जो सड़क से दूर जा गिरा। वाहन एक बड़े गड्ढे में गिर गया और एक बोल्डर से जा टकराया। हालांकि एयरबैग खुल गए थे, लेकिन फिर भी उन्हें सिर में गंभीर चोटें आईं और उन्होंने दम तोड़ दिया। वाहन गहरी खाई में गिरने के कारण किसी की नजर उस पर नहीं पड़ी और सुबह घटना का पता चला। दंपति की तीन बेटियां हैं। दो की शादी हो चुकी है और तीसरी बेटी शीफा मिस्र में काम करती है। वह छुट्टी के दिन पैतृक स्थान आई थी और दंपति उसे बेंगलुरु हवाई अड्डे पर छोड़ने गए थे।
ऐसा ही हादसा कुछ दिन पहले अखनूर में हुआ था
सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल की अखनूर के पास गांव में नेशनल हाईवे पर सड़क हादसे में मौत हो गई थी। वह बेटी की विदाई कर जम्मू रेलवे स्टेशन से घर जा रहे थे। बताया जाता है कि उनकी कार टाटा सफारी (जेके 20 बी ई-8014) रास्ते में खड़े ट्रक (आर जे 07जीडी 9231) से टकरा गई। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने आर्मी कैंप में सूचित किया, जिसके बाद सेना के अधिकारियों ने उन्हें सैन्य अस्पताल अखनूर में पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान नसीब सिंह पुत्र गंधर्व सिंह धार दारोचन घरोटा के रूप में हुई। घरोटा एसएचओ जोगिंदर सिंह ने बताया कि सभी कानूनी औपचारिकताओं के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।