CoronaVirus In India: देश में कोविड-19 के बढ़ते मरीजों ने केंद्र सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने लोगों से कहा, हमें सतर्क रहने की जरूरत है, लेकिन चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। वर्तमान में, ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट जो देश में चल रहा है, उससे मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश भर में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच डॉक्टरों ने लोगों को आवश्यक सावधानी बरतने और कोविड-19 के संदिग्ध लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि अभी का बदलता मौसम वायरस को फैलने में मदद करता है। इसीलिए सावधानी बरतें।
रोज 3000 से ज्यादा मिल रहे हैं कोरोना मरीज
पिछले कुछ दिनों में कोविड मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, देश भर में प्रतिदिन लगभग 3,000 मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली में भी प्रतिदिन कोविड-19 के मरीजों की संख्या 400 से अधिक आंकी गई है। दिल्ली में अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी बढ़ी है। बीएलके अस्पताल के छाती और श्वसन विभाग के निदेशक और एचओडी डॉ संदीप नायर ने कहा कि ओपीडी में खांसी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षणों वाले रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि जो भी रोगी वायरल समस्याओं से पीड़ित होकर आ रहे हैं हम उनकी कोविड-19 की भी जांच करवा रहे हैं। कोविड से संक्रमित पाए गए लोगों को घर में तत्काल आइसोलेशन में जाने की सलाह दी जा रही है। हालांकि बहुत कम ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो रही है।
होम आइसोलेशन-फेस मास्क है जरूरी
डॉक्टर ने कहा "ज्यादातर मरीज घर पर रहकर ठीक हो रहे हैं। साथ ही महामारी की शुरुआत के बाद से कई लोग ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श भी ले रहे हैं। केवल दिल, फेफड़े की बीमारियों और कैंसर से पीड़ित लोगों को ही कोविड से संक्रमित होने का अधिक खतरा है। संक्रमित होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है।"
"पिछले कई महीनों से लोगों ने मास्क पहनना बंद कर दिया है, जो कि एक कारण है कि कोविड के मामले बढ़े हैं। इसके साथ ही हम विभिन्न संक्रमणों और वायरल मामलों में वृद्धि देख रहे हैं। लोगों में खांसी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं। ”
डॉक्टर ने कहा कि "अगर खांसी, बुखार या जुकाम जैसे लक्षण बने रहते हैं, तो उन्हें नजरअंदाज न करें और जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं। यह संक्रमण मुंह और नाक के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करने पर सबसे पहले हमारे फेफड़ों को प्रभावित करता है। लंबे समय से खांसी है, तो इसे नजरअंदाज न करें। जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें।"
उन्होंने सभी उम्र के लोगों को मास्क पहनने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह भी दी। कोविड सब-वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए लोगों को कोविड गाइडलाइंस का पालन करने की सलाह दी गई है।