Highlights
- कोरोना ने देश में अब तक 5,24,715 लोगों की जान ली
- 24 घंटे में 1,881एक्टिव मरीज बढ़े
- दिल्ली में कोरोना के 450 नए मामले सामने आए
Coronavirus: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 5,233 नए मामले सामने आए हैं जबकि संक्रमण से 7 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना के एक्टिव मामले 28,857 हैं। वहीं 5,233 नए मामले सामने के बाद देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4,31,90,282 हो चुकी हैं। 4,26,36,710 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं जबकि इस वायरस ने अब तक 5,24,715 लोगों की जान ली है।
स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.72 प्रतिशत
आपको बता दें कि कोरोना से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.72 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में एक्टिव मरीजों की संख्या में 1,881 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दैनिक संक्रमण दर 1.67 प्रतिशत है जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.12 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 4,26,36,710 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है। देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 194.43 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
दिल्ली में कोरोना के 450 नये मामले सामने आए
वहीं राजधानी दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के 450 नये मामले सामने आये जबकि एक मरीज की मौत हो गयी । राजधानी में संक्रमण दर 1.92 प्रतिशत रही। 450 नये मामले सामने आने के साथ ही कोरोना के कुल मामले बढ़कर 19,09,427 हो गये जबकि मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 26,213 हो गयी। सोमवार को यहां कोरोना के 247 नये मामले सामने आये और संक्रमण दर 3.47 फीसदी थी शहर में रविवार को कोविड-19 के 343 नये मामले सामने आये और संक्रमण दर 1.91 फीसदी थी। दिल्ली में कोविड-19 के 1534 मरीज उपचाराधीन हैं।
कर्नाटक में 24 घंटे में 348 नए मामले
उधर कर्नाटक में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां करीब तीन महीने के अंतराल के बाद 24 घंटे के अंतराल में 348 नए मामले सामने आए हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 2.11 प्रतिशत हो गई है। आपको बता दें कि राज्य में 3 मार्च को 382 मामले दर्ज किए गए थे। अब लंबे अंतराल के बाद कोरोना के मामले लगभग 350 के आंकड़े तक पहुंच गए हैं। मंगलवार शाम तक कुल 16,474 टेस्ट किए गए। राज्य में कोरोना के कुल 348 मामलों में से अकेले बेंगलुरु में 339 मामले सामने आए। हालांकि विशेषज्ञों ने चौथी लहर की आशंका को दूर कर दिया है। उनका कहना है कि कोरोना के मामलों की संख्या में बढ़ोतरी टेस्ट की संख्या बढ़ने के कारण है। जानकारों का कहना है कि जनता को घबराने की जरूरत नहीं है।