Highlights
- 5-9 जनवरी के बीच 46 लोगों की कोरोना से मौत हुई
- सिर्फ 11 लोगों को ही कोरोना का टीका लगा था
- 35 लोगों को कोरोना वैक्सीन नहीं लगी थी
देशभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी दिल्ली में भी कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को दिल्ली में 19 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए थे। इस बीच दिल्ली सरकार ने कोरोना से जान गंवाने वालों की डेथ ऑडिट रिपोर्ट जारी की है। इसमें कई ऐसी चीजों पर गौर किया गया है जो इस संक्रमण के खतरे की जानकारी देता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 5-9 जनवरी के बीच 46 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
दिल्ली सरकार की रिपोर्ट बताती है कि इसमें से सिर्फ 11 लोगों को ही कोरोना का टीका लगा था। यानी 35 लोगों को कोरोना वैक्सीन नहीं लगी थी। इसके अलावा मरने वालों में ज्यादातर बुजुर्ग भी शामिल हैं। मरने वाले 46 लोगों में 25 लोगों की उम्र 60 साल से ज्यादा थी। बता दें, इस दौरान 28 पुरुष और 18 महिलाओं की कोरोना से मौत हुई है। साथ ही इसमें से 50 प्रतिशत यानी 23 लोगों की मौत कोरोना के तुरंत बाद हुई है।
इसके अलावा मरने वाले 14 लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 41 से 60 के बीच थी। मरने वाले 5 लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 21 से 40 के बीच में थी। एक मरीज 0-15 या 16 से 20 के बीच में था। अधिकारियों की मानें तो 32 मरीजों को आईसीयू में भर्ती कराया गया था और इसमें ज्यादा मरीज वो थे जिन्हें कोई गंभीर बीमारी जैसे कैंसर, लिवर या ह्रदय संबंधी समस्या थी। 21 मरीज ऐसे थे जिन्हें कोई अन्य समस्या थी और कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
13 जून के बाद रविवार को दिल्ली में सबसे ज्यादा 17 लोगों की मौत हुई। इस महीने कोविड से 53 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले पांच महीने में 54 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कोरोना केस बढ़ने के बाद भी कम लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। जबकि दूसरी लहर के दौरान बहुत ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती होने के लिए आ रहे थे। पिछले साल अप्रैल में दिल्ली में जब 20 हजार मामले पहुंचे थे तो अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज बहुत ज्यादा थे, जबकि अभी स्थिति बिल्कुल अलग है।
अब ऐसे में सवाल उठता है कि वैक्सीन से कितना फायदा होता है। इस पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन से आपके शरीर में एंटीबॉडी डेवलप होती है तो इससे आपके शरीर को संक्रमण से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि टीका लगवाने के बाद संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।