कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सावधानी बरतना शुरू कर दी है। सार्वजनिक और भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। एयरपोर्ट पर यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग भी शुरू कर दी गई है। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर शुक्रवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
'कोई नया व अज्ञात वैरिएंट भारत में प्रवेश न करे, इसपर हमारा ध्यान'
गुरूवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार कोरोना के नए खतरे को देखते हुए इससे निबटने के लिए तैयारियां कर रही है। उन्होंने कहा कि हम लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। चीन और भारत के बीच कोई सीधी उड़ान नहीं है, लेकिन लोग दूसरे रास्तों से आते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि वायरस का कोई अज्ञात वैरिएंट भारत में प्रवेश न करे और साथ ही यात्रा करने में कोई बाधा न हो। बता दें कि चीन और कुछ अन्य देशों में कोविड मामलों में वृद्धि देखी गई है।
गुरूवार को पीएम मोदी ने की हाईलेवल मीटिंग
वहीं गुरूवार को हुई एक हाईलेवल मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में मौजूद हॉस्पिटल बेड्स, ऑक्सीजन सप्लाई और वेंटिलेटर्स के बारे में जानकारी ली। देश भर में वैक्सीनेशन की रफ्तार क्या है, कितने लोगों ने बूस्टर डोज ले ली है इन सब सवालों पर प्रधानमंत्री को डिटेल में प्रेजेन्टेशन दी गई। पीएम की इस वर्चुअल मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया, हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, नीति आयोग के CEO परमेश्वरन अय्यर और नीति आयोग के मेंबर हेल्थ, डॉक्टर वी के पॉल शामिल हुए।
कोरोना की नई लहर की आशंका पर बड़ा एक्शन, PM मोदी का टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने पर जोर
'मास्क पहनें, सोशल डिस्टेटिंग का करें पालन'
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग को तेज करने का निर्देश दिया। इससे देश में संक्रमण के नए प्रकारों का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को शुरू करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने सभी से हर समय कोविड के उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया, विशेष रूप से आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए, जिसमें भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने यह भी आग्रह किया कि विशेष रूप से कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लिए बूस्टर डोज को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।