Highlights
- केएस ईश्वरप्पा ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा
- संतोष पाटिल की आत्महत्या पर है विवाद
- कार्यकर्ताओं से बोले- दोबारा मंत्री बनेंगे
बेंगलुरु। ठेकेदार संतोष पाटिल की कथित आत्महत्या मामले में नाम आने के बाद कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफे से पहले कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा तुमकुरु में श्री सिद्धगंगा मठ पहुंचे थे। इसके बाद वह ठेकेदार संतोष पाटिल की कथित आत्महत्या पर विवाद के बीच इस्तीफा देने के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के आवास पहुंचे। बोम्मई ने कहा, 'मैंने कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, और इसे राज्यपाल को भेजूंगा।'
वहीं, बोम्मई को इस्तीफा सौंपने के बाद ईश्वरप्पा ने कहा, 'पिछले 4 दिनों से मैं अपने वरिष्ठों से अपना इस्तीफा स्वीकार करने के लिए कह रहा हूं, आज उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। इस सबके पीछे साजिश है। मैंने सीएम से आग्रह किया कि ठेकेदार संतोष पाटिल के कथित आत्महत्या मामले की जांच कराई जाए। यह सामने आना चाहिए कि यह हत्या का मामला है या आत्महत्या का।'
अपने इस्तीफे से पहले प्रदेश के ग्रामीण विकास और पंचायत राज (आरडीपीआर) मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने शुक्रवार को अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वह एक साजिश के तहत अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से बेगुनाह साबित होकर निकलेंगे और निश्चित रूप से दोबारा मंत्री बनेंगे। बता दें कि ईश्वरप्पा के खिलाफ पुलिस ने ठेकेदार संतोष पाटिल को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। जिसके बाद मंत्री ने शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
ईश्वरप्पा ने कहा, “मेरे खिलाफ एक आरोप लगाया जा रहा है, क्या मुझे इससे बेदाग बाहर आना चाहिए या नहीं। अगर जांच जारी रहने के दौरान मैं मंत्री बना रहता हूं तो यह महसूस होगा कि मैं उसको प्रभावित कर सकता हूं। इसलिए मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं आपको बता रहा हूं कि मैं निर्दोष निकलूंगा और निश्चित रूप से एक बार फिर मंत्री बनूंगा।” ठेकेदार की कथित आत्महत्या मामले पर राजनीतिक हंगामे के बीच, ईश्वरप्पा ने बृहस्पतिवार शाम को मंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की थी।