कर्नाटक में ठेकेदार सचिन पांचाल की आत्महत्या को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गई है। भाजपा ने दावा किया है कि ठेकेदार के सुसाइड नोट में राज्य सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे का नाम लिया गया है। भाजपा नेता और विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष चलवाडी नारायणस्वामी ने बुधवार को आरोप लगाया है कि ठेकेदार सचिन पांचाल के सुसाइड नोट में प्रियांक खरगे का नाम तीन बार लिया गया है। बता दें कि प्रियांक खरगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे हैं और कर्नाटक सरकार में मंत्री पद पर हैं।
सीएम सिद्धारमैया पर भी हमला
भाजपा नेता चलवाडी नारायणस्वामी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि सुसाइड नोट में प्रियांक खरगे का नाम तीन जगह पर है लेकिन सीएम सिद्धारमैया सबूतों के अभाव का हवाला देकर मंत्री प्रियांक खरगे का बचाव कर रहे हैं। नारायणस्वामी ने कहा कि सीएम कह रहे हैं कि सुसाइड नोट में खरगे का नाम नहीं है, जो कि गलत है।
प्रियांक खरगे का नाम तीन जगह पर- भाजपा
विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष नारायणस्वामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा- “सात पन्नों के सुसाइड नोट में मंत्री प्रियांक खरगे का नाम तीन जगह पर है। आप दस्तावेज मांग रहे हैं। यह रहा एक दस्तावेज। हम और क्या पेश करें? सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि आरोप साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं है, इसलिए प्रियांक खरगे को मंत्री पद हटाने का सवाल ही नहीं है।"
सीएम को सत्ता खोने का डर- भाजपा
नारायणस्वामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- "हम जानते हैं कि सिद्धारमैया के पास प्रियांक खरगे हटाने की हिम्मत नहीं है क्योंकि मंत्री के पिता मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस अध्यक्ष हैं। अगर आप प्रियांक को छूते हैं तो वह आपको पद से हटा देंगे। आपको सत्ता खोने का डर है। आप अपने मुख्यमंत्री पद से चिपके हुए हैं।"
भाजपा नेता नारायणस्वामी ने दावाा किया है कि ठेकेदार सचिन पांचाल ने 7 पन्नो का सुसाइड नोट लिखा था जिसपर सभी को संदेह था। हालांकि, अब एफएसएल रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हो गई है कि यह सुसाइड नोट फर्जी नहीं, बल्कि असली है। नारायणस्वामी ने कहा है कि सिद्धारमैया सरकार को पांचाल की आत्महत्या पर जवाब देना होगा। (इनपुट: भाषा)