FCRA Licence Cancellation of RGF, RGCT: केंद्र सरकार ने रविवार को सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले दो एनजीओ राजीव गांधी फाउंडेशन और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया। इसे लेकर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कार्रवाई देश के मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए की गई है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "केंद्र ने राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (आरजीसीटी) के खिलाफ पुराने आरोप दोहराए हैं। ऐसा कांग्रेस को बदनाम करने और लोगों का ध्यान दैनिक मुद्दों से हटाने के लिए किया गया है।" रमेश ने कहा, "आसमान छूती कीमतों, बेरोजगारी और डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरने की वजह से देश की अर्थव्यवस्था गहरे संकट में है।"
फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट के उलंघन का आरोप
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने रविवार को राजीव गांधी फाउंडेशन और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट का एफसीआरए (FCRA) लाइसेंस रद्द कर दिया। आरोप है कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का उलंघन किया है। जांच में पता चला है कि नियमों को ताक पर रखकर फाउंडेशन ने पड़ोसी देश चीन से फंड लिया गया। गृह मंत्रालय इस मामले की जांच लंबे समय से कर रहा था। जांच में राजीव गांधी फाउंडेशन के गलत पाए जाने पर गृह मंत्रालय के विदेश विभाग ने यह कार्रवाई की है।
एफसीआरए लाइसेंस के तहत स्थानीय संस्थाएं और एनजीओ विदेशी संस्थाओं, व्यक्तियों से अनुदान ले सकती हैं, लेकिन अनुदान लिए जाने की पूरी जानकारी केंद्र सरकार को दी जाती है। इससे यह पता लगाया जा सके कि जो अनुदान लिया गया है वह किस संस्था से किस कार्य के लिए लिया गया है। इसका इस्तेमाल देश हित में है और देश विरोधी गतिविधि में किया जाएगा।