Highlights
- 24 से 30 सितंबर के बीच नामांकन
- राहुल गांधी को मनाने की कोशिश
- किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगी सोनिया
Congress President Election: कांग्रेस पार्टी ने अध्यक्ष चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के सर्वोच्च पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को चुनने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से आरंभ हो गई। ऐसे में खबरें आ रही हैं कि पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उनके करीबी सूत्रों ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में राज्य पार्टी के प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जो चुनाव में मतदाता हैं। प्रत्येक उम्मीदवार को अपना नाम प्रस्तावित करने के लिए 10 प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों की आवश्यकता होती है।
मुखर आलोचकों में से एक हैं तिवारी
मनीष तिवारी कांग्रेस नेतृत्व के मुखर आलोचकों में से एक हैं और उन्होंने पार्टी में सुधार की मांग की है। कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की।
1 अक्टूबर को होगी नामांकन की जांच
अधिसूचना के अनुसार, गुरुवार से नामांकन फॉर्म उपलब्ध होंगे, जबकि 24 सितंबर से 30 सितंबर के बीच नामांकन दाखिल किया जाएगा। नामांकन की जांच 1 अक्टूबर को होगी और उसी दिन वैध उम्मीदवार की सूची प्रकाशित की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर है, जिसके बाद एक अंतिम सूची लाई जाएगी। मतदान जहां 17 अक्टूबर को होगा, वहीं मतगणना 19 अक्टूबर को होगी।
दिग्विजय सिंह भी पहुंचेंगे दिल्ली
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह आज दिल्ली पहुंचेंगे। उनके पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, वह पार्टी अध्यक्ष पद के दावेदार बन सकते हैं।
अब तक कयास लगाए जा रहे थे कि अशोक गहलोत और शशि थरूर के बीच संभावित मुकाबला होगा। लेकिन इन दोनों नेताओं के मैदान में आने से कड़ी टक्कर होने की संभावना हैं। बता दें कि अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से दो घंटे तक मुलाकात की थी। जिसके बाद वह राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होने के लिए केरल के लिए रवाना हो गए।
किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगी सोनिया
सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने कहा है कि चुनाव निष्पक्ष होगा और वह किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगी। जाहिर तौर पर बैठक में राजस्थान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई, लेकिन इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। गहलोत अगले सप्ताह पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं। हालांकि, वह राज्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी को नहीं छोड़ना चाहते।
राहुल गांधी को मनाने की कोशिश
अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले बुधवार को, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने का स्पष्ट संकेत देने के बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि 22 साल बाद देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रमुख चुनाव के जरिए चुना जाएगा। गहलोत ने कहा कि वह पार्टी का फैसला मानेंगे, लेकिन उससे पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाने का एक आखिरी प्रयास करेंगे।
शशि थरूर ने मधुसूदन मिस्त्री से की थी मुलाकात
दूसरी तरफ, पहले से ही चुनाव लड़ने का संकेत दे रहे लोकसभा सदस्य थरूर ने बुधवार को कांग्रेस के मुख्यालय में पहुंचकर पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात की और नामांकन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की। कुछ अन्य नेताओं के भी चुनावी मैदान में उतरने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।