प्रयागराज: अतीक अहमद की हत्या होने के बाद देश के तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान सामने आए। कई नेताओं ने इस हत्याकांड के सहारे प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किये तो किसी ने इस हत्याकांड को एक साजिश करार दिया। लेकिन आज हद तो तब हो गई जब एक कांग्रेस नेता और प्रयागराज के वार्ड 43 से प्रत्याशी ने अतीक अहमद को शहीद बताते हुए उसे भारत रत्न देने की मांग कर दी। बताया जा रहा है कि ये कांग्रेसी नेता का नाम राजकुमार सिंह है और इस बयान के वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है।
अतीक की मजार पर फहराया तिरंगा
रज्जू यहीं पर ही नहीं रुके, वह अतीक अहमद की मजार पर जाकर वहां तिरंगा फहराते हैं और अतीक अहमद जिंदाबाद के नारे भी लगाते हैं। इसके बाद पुलिस उन्हें हिरासत में ले लेती है। जिला कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि साउथ मलाका के आजाद नगर से कांग्रेस के टिकट पर पार्षद प्रत्याशी राजकुमार सिंह रज्जू बुधवार को अतीक और अशरफ की मजार पर तिरंगा फहराने गया था, जिसे पुलिस ने पकड़ लिया। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन ने बताया कि राजकुमार सिंह रज्जू को पार्टी से छह वर्ष के लिए निकाल दिया गया है।
यह सब एक साजिश के तहत कराया गया - कांग्रेस जिला अध्यक्ष
उन्होंने कहा कि सैयद मोहम्मद आमिर नाम का एक व्यक्ति यूट्यूब चैनल चलाता है, उसने ही राजकुमार का एक वीडियो बनाकर वायरल कराया। अंशुमन ने दावा किया कि एक साजिश के तहत यह सब हुआ है। उन्होंने बताया कि राजकुमार को अतीक की मजार पर तिरंगा चढ़ाने सैयद मोहम्मद आमिर ही लेकर गया था और उसी ने राजकुमार का एक वीडियो बनाकर वायरल किया। राजकुमार वीडियो में जो कुछ भी बता रहा है, वह सैयद मोहम्मद के कहने पर ही बता रहा है। अंशुमन ने बताया कि राजकुमार मानसिक रोगी है और उसका इलाज चल रहा है, उसके घर जाने पर मानसिक रोग की दवाओं का पर्चा और दवाइयां मिलीं।
यहां देखें वायरल वीडियो -
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियों में राजकुमार सिंह रज्जू अतीक अहमद और अशरफ की मजार पर तिरंगा चढ़ाते हुए कह रहा है, “अतीक भाई अमर रहे, देश का झंडा अमर रहे, अशरफ भाई अमर रहे, देश का झंडा अमर रहे।” एक अन्य वीडियो में राजकुमार कह रहा है, “मैं कांग्रेस से वार्ड नंबर 43 से पार्षद प्रत्याशी हूं। मैं अतीक अहमद को भारत रत्न देने की सरकार से मांग करता हूं। वह जनप्रतिनिधि थे और शहीद हुए हैं, उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए।” उसने कहा, “जब मुलायम सिंह को पद्म विभूषण मिल सकता है तो अतीक अहमद को भारत रत्न क्यों नहीं मिल सकता। उन्हें राजकीय सम्मान क्यों नहीं दिया गया, उनकी कब्र पर तिरंगा झंडा क्यों नहीं ओढ़ाया गया।”