कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर की राजधान इम्फाल में स्थित रीलीफ कैंप में पहुंचे हैं। यहां उन्होंने हिंसा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की है। इससे पहले वो चुराचांदपुर पहुंचे थे जहां उन्होंने हिंसा में विस्थापित लोगों से मुलाकात की जिसके कुछ देर बाद वो इम्फाल पहुंचे। बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी के काफिले को राज्य की राजधानी से लगभग 20 किलोमीटर दूर बिष्णुपुर में पुलिस ने हिंसा की आशंका के कारण रोक दिया था। जिसके बाद वह वापस इंफाल आए और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिये चुराचांदपुर पहुंचे। गांधी एक राहत शिविर में गये और विस्थापित लोगों से बातचीत की।
हेलीकॉप्टर से इंफाल पहुंचे राहुल गांधी
इसके बाद राहुंधी गांधी को राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए हेलीकॉप्टर से इम्फाल भेजा गया। इस दौरान राहुल गांधी के साथ पुलिस और प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें। बिष्णुपर में स्थानीय पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। कुछ प्रदर्शनकारी चाहते थे कि गांधी को चुराचांदपुर जाने दिया जाए, जबकि अन्य ने उनकी यात्रा का विरोध किया। गांधी के समर्थकों ने बिष्णुपुर में प्रदर्शन कर मांग की थी कि उन्हें चुराचांदपुर जाने की अनुमति दी जाए। उनेक काफिले को रोके जाने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया।
भाजपा पर लगाए आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार हिंसा प्रभावित राज्य में गांधी की यात्रा को विफल करने का प्रयास कर रही है। दूसरी ओर, भाजपा ने दावा किया कि गांधी को हेलीकॉप्टर से जाने के लिए कहा गया था क्योंकि उनकी यात्रा का विभिन्न वर्गों ने विरोध किया था लेकिन वह सड़क मार्ग से यात्रा करने पर अड़े हुए थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रास्ते में हिंसा की आशंका के चलते काफिले को रोका गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, उनकी सुरक्षा को खतरा है। हम राहुल गांधी को आगे बढ़ने देने का जोखिम नहीं उठा सकते।