शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को कहा कि जिस तरह से पंजाब में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 'फर्जी' प्रधानमंत्री कहकर उनका अपमान किया, उससे सिख समुदाय के साथ-साथ पंजाबियों की भावनाएं आहत हुई हैं। शिअद के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने एक बयान में कहा कि पंजाब में सिखों ने मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री के पद पर प्रोन्नत किए जाने पर गर्व महसूस किया है।
आकाओं को खुश करने की कोशिश
उन्होंने कहा- ''डॉ मनमोहन सिंह ने भी खुद को बहुत गरिमा के साथ दुनिया भर में पहचान दिलाई। उन्हें कल्पना में भी 'फर्जी' नहीं कहा जा सकता है, लेकिन अगर उन्हें ऐसा कहा जा रहा है, तो यह दर्शाता है कि प्रताप बाजवा जैसे चाटुकार अपने आकाओं को खुश करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।''
'खरगे बाजवा के खिलाफ करें कार्रवाई'
अकाली नेता ने विपक्ष के नेता से इस कृत्य के लिए तुरंत माफी मांगने और अपना बयान वापस लेने की मांग की। चंदूमाजरा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से बाजवा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि बाजवा के बयान पर राहुल गांधी और कांग्रेस की चुप्पी से संकेत मिलता है कि उन्होंने भी मनमोहन सिंह की अवमानना की। उन्होंने कहा, पूर्ववर्ती यूपीए शासन के दौरान राहुल की कार्रवाइयां, जब उन्होंने मनमोहन सिंह के फैसलों को सार्वजनिक रूप से कमतर आंका था, इस बात को भी साबित करते हैं। कोई भी अनुमान लगा सकता है कि यही कारण है कि कांग्रेस अब एक समाप्त शक्ति है।