कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा पर बड़ा फैसला आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने पवन खेड़ा को बड़ी राहत देते हुए अंतरिम जमानत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में यूपी पुलिस और असम पुलिस को FIR एक साथ करने के लिए नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने कहा है कि खेड़ा के खिलाफ जो मामले अलग-अलग राज्यों में दर्ज है उन्हें एक जगह कर दिया जाए। साथ ही कोर्ट ने खेड़ा की गिरफ्तारी पर मंगलवार तक रोक लगा दी है।
अग्रिम जमानत मिलने के बाद पवन खेड़ा अब 6.30 बजे की फ्लाइट से छत्तीसगढ़ में हो रहे कांग्रेस अधिवेशन में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे। रणदीप सुरजेवाला रायपुर के लिए निकल चुके हैं। इससे पहले पवन खेड़ा को आज दिल्ली हवाईअड्डे पर विमान में सवार होने से रोक दिया गया, क्योंकि असम पुलिस ने उन्हें रोकने का अनुरोध किया था। दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी दी। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस का दावा है कि नियमों के तहत असम पुलिस की अपील पर ये कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि पवन खेड़ा दिल्ली से रायपुर जाने वाली फ्लाइट में बैठे थे। तभी उन्हें रायपुर जाने से रोका गया। कांग्रेस ने इस मामले को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अधिवेशन से जोड़ा है। वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे।
पवन खेड़ा की गिरफ्तारी पर लगे रोक, सुप्रीम कोर्ट में बोले सिंघवी
पवन खेड़ा की दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पवन खेड़ा की गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए। तीन शहरों में पवन खेड़ा के खिलाफ एफआईआर है। इसलिए हम सुप्रीम कोर्ट आए हैं।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस का दावा है कि नियमों के तहत असम पुलिस की अपील पर ये कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि पवन खेड़ा दिल्ली से रायपुर जाने वाली फ्लाइट में बैठे थे। तभी उन्हें रायपुर जाने से रोका गया। कांग्रेस ने इस मामले को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अधिवेशन से जोड़ा है। इस बारे में पवन खेड़ा ने बताया कि 'मुझे सामान को लेकर समस्या बताई गई।'
इस मामले में कांग्रेस का आरोप है कि रायपुर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन को बधित करने का प्रयास है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी भी की थी। इसे लेकर बीजेपी ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उधर, पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के विरोध में उनके साथ मौजूद कांग्रेसी नेता एयरपोर्ट पर धरने पर बैठ गए। कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार की तानाशाही बताया।
गहलोत ने पवन खेड़ा को विमान से उतारने की निंदा की
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को दिल्ली में विमान से नीचे उतारे जाने की घटना की निंदा की और इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बौखलाहट करार दिया। गहलोत ने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘दिल्ली से रायपुर कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने जा रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा को असम पुलिस ने उड़ान से उतार दिया। ऐसी कौन सी आपात स्थिति थी कि असम पुलिस ने दिल्ली आकर ऐसा किया?’ कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, ‘पहले रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे और अब ऐसा कृत्य भाजपा की बौखलाहट को दिखाता है। यह निंदनीय है।’
इसे ही इमरजेंसी कहते हैं- संजय राउत
शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि बड़ी न्यूज बनाने के चक्कर में पवन खेड़ा को गिरफ्तार किया गया है। विरोधियों की सिर्फ आवाज ही नहीं गला दबाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा, इसे ही इमरजेंसी कहते हैं। मैं मानता हूं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के खिलाफ बयान देने में संयम बरतना चाहिए। लेकिन कभी कभी जीभ फिसल जाती है। लेकिन मैने सुना है कि पवन खेड़ा ने माफी मांग ली थी फिर भी उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।
लोकतंत्र हिटलरशाही बन गया है: मल्लिकार्जुन खरगे
पवन खेड़ा को एयरपोर्ट पर गिरफ्तार करने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 'विपक्ष संसद में मुद्दे उठाए तो नोटिस दिया जाता है। महाधिवेशन के पहले छतीसगढ़ के हमारे नेताओं पर ED का रेड कराया जाता है। आज मीडिया चेयरमेन को जहाज़ से जबरदस्ती उतारकर गिरफ़्तार किया गया। भारत के लोकतंत्र को मोदी सरकार ने हिटलरशाही बना दिया। हम इस तानाशाही की घोर निंदा करते हैं।'
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