Highlights
- ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष को 8 जून को पेश होने को कहा
- नोटिस को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर किया हमला
- 'कांग्रेस और उसका नेतृत्व इससे डरने-झुकने वाले नहीं हैं'
ED Summons Sonia Gandhi and Rahul Gandhi over National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मामले से संबंधित कथित धनशोधन जांच को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से पेश होने के लिए समन भेजा गया है। इसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया है और आरोप लगाया कि देश को गुमराह करने के लिए यह 'कायरतापूर्ण साजिश' रची गई है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस और उसका नेतृत्व इससे डरने और झुकने वाले नहीं हैं। ईडी ने समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पार्टी नेता राहुल गांधी को समन जारी किया है।
ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष को 8 जून को पेश होने को कहा है। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी धन शोधन निषेध अधिनियम के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बयान दर्ज करना चाहती है। समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड को एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड प्रकाशित करता है और इसका स्वामित्व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के पास है।
सरकार ने कायराना साजिश रची है- सुरजेवाला
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने मीडिया से कहा, "देश को गुमराह करने के लिए आए दिन मुद्दों को भटकाने की राजनीति की माहिर मोदी सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है। सरकार ने कायराना साजिश रची है। नेशनल हेराल्ड मामले में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी एवं राहुल गांधी जी को अपनी कठपुतली ईडी से नोटिस जारी करवाया है।"
उन्होंने दावा किया, "साफ है कि तानाशाह डर गया है। शासन के सभी मोर्चों पर अपनी नाकामियों को छिपाने में बुरी तरह विफल होने के चलते वह छटपटा रहा है। देश को गुमराह करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ एक घिनौना व कायरतापूर्ण षड्यंत्र रचा जा रहा है। वे जान लें कि स्वतंत्रता के आंदोलन की यह आवाज उनके चक्रव्यूह को भेद डालेगी।" सुरजेवाला ने जोर देकर कहा, "कांग्रेस का नेतृत्व निर्भीक, निडर व अडिग है। हम ऐसे हथकंडों से डरने वाले नहीं, झुकने वाले नहीं, बल्कि सीना ठोककर जोर से लड़ेंगे।"
जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा- सिंघवी
पार्टी प्रवक्ता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "यह एक बड़ी बीमारी है। यह बीमारी विरोधी दलों को निशाना बनाने की है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक विरोधी नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।" सिंघवी ने कहा, "कांग्रेस ने साल 1937 में स्थापित 'नेशनल हेराल्ड' अखबार चलाने वाली कंपनी 'एसोसिएटिड जर्नल्स लिमिटेड' (एजेएल) को लगभग 10 साल के अरसे में व करीब 100 किश्तों में चेक द्वारा अपनी देनदारी के भुगतान के लिए 90 करोड़ रुपये की राशि दी। इसमें से 67 करोड़ रुपये की राशि का इस्तेमाल नेशनल हेराल्ड ने अपने कर्मचारियों के देय भुगतान के लिए किया व बाकी पैसा बिजली भुगतान, किराया और भवन आदि पर खर्च किया गया।"
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल की ओर से दिया जाने वाला कर्ज न तो अपराध है और न ही गैरकानूनी है। इस बात की पुष्टि निर्वाचन आयोग ने भी अपने पत्र (दिनांक 06 नवंबर, 2012) से की है। उनके मुताबिक, "नेशनल हेराल्ड अखबार आय के अभाव में यह कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं था, इसलिए इसके एवज में एजेएल के शेयर 'यंग इंडिया' को दे दिए गए, जो कि कानून में एक 'नॉट फॉर प्रॉफिट' कंपनी है। यानी यंग इंडिया की प्रबंधन समिति के सदस्य (सोनिया, राहुल और दिवंगत मोतीलाल वोरा) किसी प्रकार का मुनाफा, लाभांश, वेतन या कोई वित्तीय फायदा नहीं ले सकते। यही नहीं, प्रबंधन यंग इंडिया के शेयर को भी नहीं बेच सकता।"
धनशोधन कैसे हुआ- सिंघवी
सिंघवी ने कहा, "यह मामला इसलिए विचित्र है। जब धन या संपत्ति का लेनदेन नहीं हुआ तो धनशोधन कैसे हुआ?" उन्होंने कहा, "साल 2013-14 में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक निजी शिकायत अदालत में दायर की थी, जो आज भी विचाराधीन है। उस शिकायत को लेकर भी खूब ऊलजलूल झूठ बोला गया व दुष्प्रचार किया गया। जब वहां भी कुछ नहीं हुआ, तो अब साढ़े सात साल के बाद मोदी जी की ईडी द्वारा उस निजी शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर समन जारी किए गए हैं।"
सिंघवी ने कहा, "मोदी सरकार जान ले कि इस प्रकार के फर्जी और मनगढ़ंत मामले दर्ज कर वो अपनी घिनौनी व कायराना साजिश में कामयाब नहीं हो सकती।" उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ईडी के समक्ष जाएंगी और अगर राहुल गांधी देश में होंगे तो जाएंगे, अगर देश में उस समय नहीं हुए, तो उनके लिए थोड़ा समय मांगा जाएगा।"