Ankita Murder Case: अंकिता की मौत के बाद जहां पूरे प्रदेश में आक्रोश है तो दूसरी तरफ बेटी की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। उन्होंने यकीन ही नहीं हो रहा है कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है। हर कोई इस दुख की घड़ी में अंकिता के परिजनों को ढांढस बंधा रहा है। तो ऐसे दुख के समय में प्रदेश के मुखिया ने भी परिवार को ढांढस बंधाया। सीएम धामी ने अंकिता के पिता से फोन पर बातकर परिवार को ढांढस बंधाया तो साथ ही सीएम ने भरोसा भी दिलाया कि अंकिता को इंसाफ दिलाएंगे।
सीएम ने कहा कि, आज अंकिता भंडारी के पिताजी से फोन पर बात करते हुए अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की। साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार इस जघन्य अपराध की त्वरित- निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई करेगी, जो इस प्रकार के घृणित कार्य को करने वाले अपराधियों के लिए एक नजीर साबित होगी।
अंकिता हत्याकांड में मुख्यमंत्री ने कहा है दोषियों के इस कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा यह एक जघन्य अपराध है इसकी जितना निंदा की जाए उतना ही कम है। इस घटना में जो भी संलिप्त है उन सब के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है राजस्व पुलिस के जो पटवारी थे उनके खिलाफ भी कार्रवाई हुई है, अपराधियों को जेल भेजा जा चुका है जो रिजॉर्ट सरकारी भूमि पर वन भूमि पर बने हैं, उस पर ध्वस्तीकरण का कार्य चल रहा है।
साथ ही फोरेंसिक जांच भी हो इसके लिए आदेश दे दिए गए हैं। पुलकित आर्य को जेल भेज दिया गया है और उनके पिता विनोद आर्य और पुलकित के भाई अंकित आर्य को पार्टी से हटा दिया गया है। एसआईटी रेणुका देवी की अध्यक्षता के नियुक्त कर दिया गया है जिससे इस मामले में दूध का दूध पानी का पानी हो जाए और जो भी अपराधी होगा उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
"हमारी बहनों हमारी बेटियों के साथ उत्तराखंड की मातृशक्ति के साथ इस तरीके का व्यवहार सहन नहीं किया जा सकता है। इसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। हमारी सरकार इसको फास्ट ट्रैक पर लेकर जा रही है हम उस पर काम कर रहे हैं"।