बोर्ड के रिजल्ट किसी भी छात्र के लिए बहुत मायने रखते हैं। अगर कभी ऐसा हो कि रिजल्ट वाले दिन छात्र के साथ अनहोनी हो जाए तो ऐसे में परिवार के साथ समाज को भी काफी दुख पहुंचता है। बता दें कि केरल के तिरुवनंतपुरम में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। यहां एक छात्र की रिजल्ट घोषित होने से पहले मौत हो गई। जब रिजल्ट की घोषणा की गई तो पता चला कि छात्र ने टॉप किया है। रिजल्ट की घोषणा के दौरान मामला जान राज्य के शिक्षा मंत्री के भी आंख में आंसू आ गए थे। इतना ही नहीं सड़क दुर्घटना में मारे गए 10वीं के टॉपर ने अपने अंगों का दान कर 6 मरीजों की जान बचाई।
पैरेंट्स ने दी मंजूरी
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, टॉपर के माता-पिता बिनीश कुमार और रजनीश ने अपने बेटे की मौत की खबर सुन टूट से गए थे, इसके बाद उन्होंने अपने बेटे के अंगों को दान करने का फैसला किया। 16 वर्षीय बेटे बीआर सारंग के अंग दान करने के कारण 6 लोगों की जान बचाई गई। जानकारी दे दें कि गवर्नमेंट बॉयज एचएसएस, एटिंगल के एक छात्र सारंग की 6 मई को वह अपनी मां के साथ एक ऑटोरिक्शा में यात्रा कर रहे थे, उसी दौरान वडक्कोट्टुकव में कुनंथुकोणम पुल के पास एक दुर्घटना में घायल हो गए थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां सांरग ने दम तोड़ दिया।
टॉपर की घोषणा होते ही शिक्षा मंत्री भी हुए भावुक
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एसएसएलसी रिजल्ट घोषित होने से पहले बुधवार की सुबह उसकी मौत हो गई, जब रिजल्ट जारी हुआ तो पता चला कि सांरग ने 10वीं के बोर्ड एग्जाम में फुल ए+ ग्रेड हासिल किया है। राज्य के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने रिजल्ट जारी किया जब वे टॉपर की लिस्ट जारी कर रहे थे तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे भावुक हो गए थे। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान मंत्री की आंखों में आंसू आ गए जब उन्होंने बताया कि सारंग ने टॉप ग्रेड हासिल किया था, जिसकी हाल ही में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। शिवनकुट्टी ने कहा कि, "तिरुवनंतपुरम में एक दुर्घटना में मारे गए 10वीं कक्षा के छात्र सारंग ने सभी विषयों के लिए फुल ए प्लस ग्रेड हासिल किया है।"उन्होंने कहा कि अंगदान करने के परिवार के फैसले से समाज को समाज सेवा के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।