China spying India from Nepali citizen:नेपाली नागरिक से चीन द्वारा भारत की जासूसी कराने का मामला सामने आया है। भारत आकर नेपाल का नागरिक चीन को खुफिया जानकारी मुहैया करा रहा था। वह काफी लंबे समय से भारत में अलग-अलग जगहों पर रहा और चीन के लिए भारत से अहम सूचनाएं इकट्ठा कर उसे देता रहा। मगर एक दिन वह दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया। तब से जेल की सलाखों के पीछे है। मगर इस बीच जासूस ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाकर जमानत की गुहार लगाई थी। मगर कोर्ट ने राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध लगाने के मद्देनजर उसे जमानत देने से इनकार कर दिया।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने नेपाली जासूस की जमानत पर सोमवार को सुनवाई की। मगर मामले को गंभीर मानते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया। इस नेपाली नागरिक पर चीन के खुफिया अधिकारियों को संवेदनशील सूचना देने वाली चीनी कंपनी का सह-निदेशक होने का आरोप है। आरोपी शेर सिंह नेपाल का रहने वाला है। उच्च न्यायालय ने आरोपी शेर सिंह को राहत देने से इनकार करते हुए कहा कि जमानत देने का कोई आधार नहीं बनता है।
न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा ने कहाकि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर डाल रहे अपराध की गंभीरता को देखते हुए जमानत देने का कोई आधार नहीं है और जमानत अर्जी खारिज की जाती है।’’ दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने सितंबर 2020 को एक प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके बाद सिंह को गिरफ्तार किया गया था। तब से वह सलाखों के पीछे है। चीन इसी तरह अन्य नेपाली नागरिकों को भी भारत भेजकर जासूसी करवाता रहता है। चीन का इरादा भारत के बारे में खुफिया सूचनाएं एकत्रित कर यहां अस्थिरता और पाकिस्तान के जरिये आतंकवाद फैलाना है। मगर नेपाली नागरिक के पकड़े जाने से चीन की साजिश का पर्दाफाश हो गया है।