नयी दिल्ली: चीन का एक जासूसी जहाज हिंद महासागर में चक्कर काटता नजर आया है। जहाज के हिंद महासागर में दिखने की टाइमिंग पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि भारत बंगाल की खाड़ी में लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल की टेस्टिंग करने वाला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिसाइल के परीक्षण से पहले ही विभिन्न निगरानी उपकरणों से लैस चीन का जासूसी जहाज ‘युआन वांग 5’ हिंद महासागर क्षेत्र में दाखिल हो चुका है। यह वही जहाज है जो कुछ महीने पहले श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर रुका था।
हंबनटोटा बंदरगाह पर भी रुका था चीन का यह जहाज
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की नेवी बैलिस्टिक मिसाइल और सैटेलाइट की निगरानी में सक्षम इस जासूसी जहाज की आवाजाही पर नजर रखे हुए है। अगस्त में हंबनटोटा बंदरगाह पर जहाज के ठहराव ने भारत और श्रीलंका के बीच एक राजनयिक विवाद पैदा कर दिया था। ओपन सोर्स इंटेलिजेंस विशेषज्ञ डेमियन साइमन ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि ‘चीन का मिसाइल और उपग्रह निगरानी जहाज ‘युआन वांग 5’ हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश कर गया है।’
भारत ने मिसाइल टेस्ट के लिए जारी किया था NOTAM
बता दें कि हिंद महासागर के इलाके में चीन के इस जासूसी जहाज की मौजूदगी की खबरों पर कहीं से भी कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। निर्धारित प्रोटोकॉल के मुताबिक, भारत ने हाल में एक मिसाइल परीक्षण के बारे में NOTAM (नोटिस टू एयरमेन/नोटिस टू एयर मिशन) जारी किया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि चीन के जासूसी जहाज की मौजूदगी को देखते हुए भारत मिसाइल टेस्टिंग के अपने प्लान पर आगे बढ़ेगा या नहीं।
इंडोनेशिया के सुंडा जलडमरूमध्य में देखा गया था जहाज
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चीन के इस जहाज को आखिरी बार इंडोनेशिया के सुंडा जलडमरूमध्य में देखा गया था। हिंद महासागर में चीन के जासूसी जहाज की इस आवाजाही पर इसलिए भी दुनिया की नजर है क्योंकि चीनी सेना और खोजी जहाजों द्वारा इस क्षेत्र में बढ़ती गतिविधियों को लेकर काफी चिंता जताई जा रही है। इस इलाके में चीन की बढ़ती गतिविधियों पर चिंताओं को देखते हुए भारत हिंद महासागर में समान विचारधारा वाले देशों के साथ रक्षा और सुरक्षा संबंधों को मजबूत कर रहा है।