Highlights
- अवैध गतिविधियों की जांच के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज
- प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ में 21 परिसरों पर छापेमारी की
- ईडी ने कहा- PMLA के तहत एक मामला दर्ज किया गया था
Chhattisgarh News: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज बुधवार को कहा कि छत्तीसगढ़ और इसके आस-पास के कुछ राज्यों में व्यापक स्तर पर विदेशी सोने की तस्करी का रैकेट चल रहा है और उसने इन अवैध गतिविधियों की जांच के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस महीने 05 अगस्त से तीन दिन तक छापेमारी की और छत्तीसगढ़ में 21 परिसरों और झारखंड में एक स्थान पर छापेमारी की गई। इसने एक बयान में कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत एक मामला दर्ज किया गया था ताकि बांग्लादेश से रायपुर (छत्तीसगढ़ की राजधानी) तक विदेशी वस्तुओं और अन्य कीमती धातुओं की तस्करी की जांच की जा सके।
डीआरआई ने सोना बरामद किया था: ईडी
एजेंसी ने राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की ओर से दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लिया। ईडी ने कहा, "सोने और कीमती रत्नों की तस्करी करते हुए एक व्यक्ति को डीआरआई ने पकड़ा था।" उसने कहा, "डीआरआई ने उसके कब्जे से सोना बरामद किया था, जिसे बांग्लादेश से भारत लाया गया था और विजय कुमार वैद्य उर्फ विक्की और अन्य की ओर से कोलकाता के जरिए रायपुर ले जाया गया था।"
ईडी ने कहा, "हाल के दिनों में अपराधियों के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से ऐसे कई मामले दर्ज किए गए हैं।" एजेंसी ने कहा कि उसने पाया कि छत्तीसगढ़ और आस-पास के राज्यों में बड़े पैमाने पर तस्करों का एक गिरोह सक्रिय है।"
अरुणाचल: ईडी ने 1.12 करोड़ की जमा कुर्क की
एक अन्य खबर के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश में अधिक ब्याज देने का लालच देकर लोगों से ठगी करने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में ईडी ने सोमवार को 1.2 करोड़ रुपये मूल्य की बैंक जमा और शेयर कुर्क किए। ईडी ने कहा कि एल्गो अकादमी और कुछ अन्य के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अस्थायी कुर्की आदेश जारी किया गया है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, आरोपियों ने अपराध पर पर्दा डालने के तहत राशि को विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरित किया, ताकि संदिग्ध धन की वास्तविक उत्पत्ति को छिपाया जा सके।