छत्तीसगढ़: सुकमा जिले में शनिवार को नक्सलियों के साथ पुलिस की घंटों चली मुठभेड़ में एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) समेत जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के तीन जवान शहीद हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एनकाउंटर में पुलिसकर्मियों की शहीद होने की घटना पर गहरा दुख जताया है और कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सुकमा जिले के जगरगुंडा और कुंदेड़ गांव के मध्य सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में डीआरजी के सहायक उपनिरीक्षक रामुराम नाग (36), आरक्षक कुंजराम जोगा (33) और वंजाम भीमा (31) शहीद हो गए हैं।
मुठभेड़ के बारे में सुंदरराज ने बताया कि शनिवार की सुबह जगरगुंडा थाना से डीआरजी के दल को गश्त में रवाना किया गया था। पुलिस दल जब सुबह नौ बजे जगरगुंडा और कुंदेड़ गांव के मध्य था तभी नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में एक सहायक उप निरीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
मुठभेड़ में छह नक्सली मारे गए
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों की गोलीबारी के बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि घटना के बाद अतिरिक्त सुरक्षा बल को मौके पर भेजा गया और शहीद पुलिसकर्मियों के शवों को जगरगुंडा लाया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी ली जा रही है। क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि मुठभेड़ में करीब छह नक्सली मारे गए हैं जिनके शवों को उनके साथी घसीट कर जंगल में ले गए।
बता दें कि इससे पहले 20 फरवरी को राज्य के राजनांदगांव जिले में नक्सली हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुठभेड़ में तीन जवानों की शहादत पर दुख जताया है और शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।