नई दिल्ली : इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ ने इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि चंद्रयान की सफलता हमारे देश के लिए बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि है। हम पहला देश हैं जो चांद के साउथ पोल पर पहुंचा है। साथ ही चांद पर पहुंचने वाले हम चौथे देश हैं।
10 वर्षों में करीब 300 सैटेलाइट लॉन्च किया
सोमनाथ ने इसरो की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में करीब 300 सैटेलाइट लॉन्च किया है। पीएसएलवी कर्मिशियल क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है। एएसएसएलवी को भी कमर्शियल लॉन्च के लिए डेवलप किया गया है। अगले कुछ वर्षों में हमें तीन से चार कमर्शियल लॉन्चिंग पैड मिलेगा।
हम चुनौतियों का हल ढूंढते हैं
कल रात प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह पर चहलकदमी की। हमारे सामने कई चुनौतियां होती हैं और हम उन चुनौतियों का हल ढूंढते हैं। उन्होंने बताया कि दो प्रयोग प्रज्ञान पर और तीन विक्रम लैंडर पर किया जा रहा है। प्रज्ञान रोवर के पास दो उपकरण हैं, दोनों चंद्रमा पर मौलिक संरचना के निष्कर्षों के साथ-साथ रसायनिक संरचनाओं से संबंधित हैं...इसके अलावा, यह सतह पर चक्कर लगाएगा। हमारे लिए भविष्य के खोजों के लिए महत्वपूर्ण है।
भविष्य की कई योजनाओं पर काम कर रहा इसरो
उन्होंने बताया कि हम साइंटिफिक उद्देश्य के तहत काम करते है। सूर्य मिशन, गगनयान के साथ ही शुक्रयान पर भी काम कर रहे हैं। अगले मार्श मिशन पर भी काम कर रहे हैं।
हमारे पास बजट की कमी नहीं
वहीं बजट से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने जो भी पैसा मांगा वो हमको मिला। जो उपलब्ध बजट है उसमें हम अच्छा काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश काफी पावरफुल है। टेक्नोलॉजी का सहारा लेना होगा। उन्होंने युवाओं से पढ़ने और राष्ट्र के लिए काम करने की सलाह दी।
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