Chandrayaan 3 Mission : इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने चंद्रयान-3 मिशन में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है। दरअसल चंद्रमा के पास पहुंच चुके चंद्रयान 3 के लैंडर मॉड्यूल ने सफलतापूर्वक डिबूस्टिंग प्रक्रिया को पूरा कर लिया है और यह चांद के और भी करीब पहुंच चुका है। डिबूस्टिंग के कारण लैंडर मॉड्यूल की चंद्रमा की कक्षा 113 किमी x 157 किमी तक कम हो गई। डिबूस्टिंग की अगली प्रक्रिया को 20 अगस्त को दोहराया जाएगा।
चद्रयान 3 की डिबूस्टिंग प्रकिया रही सफल
खास बात यह है कि चांद के आसपास सिर्फ भारतीय चंद्रयान 3 मिशन नहीं है बल्कि अन्य देश भी मौजूद हैं। अमेरिका, चीन और कोरिया का नाम भी इसमें शामिल हैं। संभावना जताई जा रही है कि चंद्रयान 3 चंद्रमा की सतह पर 23 अगस्त को लैंड कर सकता है। जानकारों की मानें तो इस कड़ी में आखिरी के 20-30 मिनट काफी अहम रहेंगे जब लैंडर चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंड करेगा। बता दें कि पहले उड़ान और अब सफल लैंडिंग पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं।
23 अगस्त को होगी लैंडिंग
पूरा देश चंद्रयान 3 को चांद की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड होते देखना चाहता है। इस मिशन के जरिए भारत लूनर सर्फेस पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन करना चाहता है। अगर चंद्रयान 3 चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर लेता है तो भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। गौरतलब है कि 14 जुलाई को चंद्रयान 3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। जो कि अब चंद्रमा के सतह के काफी करीब पहुंच चुका है।