Highlights
- वह बेकसूर है और उसे इस मामले में फंसाया गया है: आरोपी का भाई पंकज
- पंकज ने सवाल किया कि रंकज को किस नंबर पर वीडियो भेजा जाता था?
- मेरे भाई की फोटो हर जगह वायरल कर उसे ट्रोल किया जा रहा है: पंकज
चंडीगढ़: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से संबंधित वीडियो मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को एक अदालत ने सोमवार को एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। आरोपयों में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की एक छात्रा और 2 लड़के शामिल हैं। आरोपी लड़कों के नाम सनी मेहता और रंकज वर्मा हैं। इस बीच आरोपी रंकज के परिवार ने दावा किया है कि वह बेकसूर है और उसे इस मामले में फंसाया गया है। आरोपी रंकज के भाई पंकज ने इंडिया टीवी से कहा कि उनके भाई की फोटो को गलत ढंग से अपलोड किया गया है।
‘वह तो खुद शिकायत दर्ज करवाने गया था’
पंकज ने बताया, ‘जब रंकज को इस बारे में पता चला तब वह खुद डली पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज करवाने गया था। हम शिमला में थे और डली पुलिस स्टेशन 3 बार गए थे। मेरे भाई ने रिपोर्ट लिखवाई की उसकी फोटो का दुरुपयोग हो रहा है, और जल्द से इस केस को देखा जाए क्योंकि इमेज खराब हो रही है। हमने वहीं पुलिस स्टेशन से ही पंजाब पुलिस से बात की। पंजाब पुलिस के आने तक हम थाने में ही रहे। मेरे भाई की फोटो हर जगह वायरल कर उसे ट्रोल किया जा रहा है। अगर वह कल को निर्दोष साबित होता है तो फिर क्या होगा?’
‘मेरा भाई सनी को पहले से नहीं जानता था’
आरोपी रंकज के भाई पंकज ने कहा कि उनका भाई दूसरे आरोपी सनी को पहले से नहीं जानता था। पंकज ने कहा, ‘मेरा भाई सनी को नहीं जानता था, लेकिन अगर जानता भी होता तो भी उसे दोषी कैसे ठहराया जा सकता है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि रंकज को सनी वीडियो भेजता था, अगर ऐसा था तो बताया जाए कि रंकज को किस नंबर पर वीडियो भेजा जाता था। सच सामने लाने के लिए उस नंबर की जांच की जाए। हमें डीपी से छेड़छाड़ के बारे में पता चलते ही हम थाने शिकायत दर्ज करवाने चले गए थे।’
पंजाब पुलिस ने बनाई 3 सदस्यीय एसआईटी
बता दें कि पंजाब पुलिस ने मामले की जांच के लिए सोमवार को 3 सदस्यीय SIT बनाई थी जिसकी सभी सदस्य महिला हैं। इस बीच मोहाली के खरड़ की एक कोर्ट ने छात्रा समेत तीनों आरोपियों को 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इस मुद्दे को लेकर पंजाब के मोहाली में शनिवार रात यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन हुआ। कुछ छात्रों ने यह भी दावा किया कि छात्रा द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो लीक भी हो गए हैं। पुलिस ने पहले कहा था कि ऐसा लगता है कि गिरफ्तार छात्रा ने अपने 23 वर्षीय ‘बॉयफ्रेंड’ के साथ केवल अपना एक वीडियो शेयर किया और किसी अन्य छात्रा का कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला।
यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने किया था प्रदर्शन
यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने भी उन खबरों को ‘गलत और निराधार’ बताकर खारिज किया था जिनमें दावा किया गया था कि हॉस्टल में कई छात्राओं के वीडियो बनाए गए जो सोशल मीडिया पर लीक किए गए और छात्राओं ने इसके बाद आत्महत्या का प्रयास किया। हालांकि, छात्रों ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों पर ‘तथ्यों को दबाने’ का आरोप लगाया था और रविवार शाम फिर से विरोध प्रदर्शन किया, जो देर रात तक जारी रहा था। हालांकि पुलिस ने कहा है कि वह इस मामले की गहराई से जांच करके तथ्यों को सामने रखेगी।