Highlights
- घने बादलों की वजह से रेलवे ट्रैक को फॉलो कर रहे थे पायलट
- पायलट और को पायलट पूरी तरह से ट्रेन्ड थे
- कुन्नूर में हादसे का शिकार हुआ था सीडीएस रावत का हेलिकॉप्टर
नयी दिल्ली: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर घने बादलों की वजह से हादसे का शिकार हुआ था। एयरफोर्स की इन्क्वॉयरी कमीशन नेे आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर घने बादलों की वजह से रेलवे ट्रैक को फॉलो कर रहा था। इसी क्रम में हेलिकॉप्टर पहाड़ों से टकरा गया। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर के पायलट और को-पायलट पूरी तरह से ट्रेन्ड थे।
पिछले महीने आठ दिसंबर को तमिलनाडु में कन्नूर के पास एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी मधूलिका, ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर के अलावा दस अन्य रक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह शामिल हैं।
जनरल रावत और अन्य लोगों को लेकर यह हेलीकॉप्टर सुलूर वायुसेना स्टेशन से रवाना हुआ था और करीब एक घंटे बाद उधगमंडलम के वेलिंग्टन में डीएसएससी पर उतरना था। लेकिन यह हेलिकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट कातेरी-नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। स्थानीय लोग घायलों को बचाने के लिए मदद के वास्ते सबसे पहले पहुंचे थे हालांकि, वे आग की भीषण लपटों के कारण पीड़ितों की मदद नहीं कर सके और उन्होंने अधिकारियों को जानकारी दी।