Highlights
- अधिकारी ने कहा, तकनीकी खराबी या मौसम वह कारक हो सकता है।
- पहले भी क्रैश हो चुका है MI-17V5
नई दिल्ली: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों को ले जा रहा भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है और ये हेलीकॉप्टर था Mi-17V5। दुखद बात ये है कि इस हादसे में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित इसमें मौजूद 11 अन्य लोगों की मौत हो गई। सशस्त्र बलों के सामने अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत जैसे एक अत्यंत महत्वपूर्ण व्यक्तियों को ले जाने वाला एक हेलिकॉप्टर कैसे दुर्घटनाग्रस्त हो गया?
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक पूर्व अधिकारी ने कहा, "हेलिकॉप्टर की व्यापक जांच की गई होगी। एक स्टैंडबाय हेलिकॉप्टर भी होगा। मौसम की स्थिति की जांच भी की गई होगी। इस मामले में, यदि वेलिंगटन में मौसम थोड़ा खराब था, तो उन्होंने पहले जाने का प्रयास किया होगा और फिर इसे रद्द करने का फैसला लिया होगा।" अधिकारी ने कहा, तकनीकी खराबी या मौसम की वजह से यह दुर्घटना हुई होगी।
अधिकारी के अनुसार, यदि सब कुछ सामान्य था, तो एक संभावना यह है कि हेलिकॉप्टर कुन्नूर के पास था, यह नीचे उड़ रहा होगा या पहाड़ी में बादलों के बीच दब गया होगा। हेलिकॉप्टर में एक ब्लैक बॉक्स होता है और उसके अध्ययन से दुर्घटना के कारणों पर अधिक जानकारी मिल सकती है।
दुर्घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश
रक्षा मंत्री के संसद में इस मुद्दे पर बयान देने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि MI-17V5 हेलिकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ और चालक दल सहित हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। CDS जनरल बिपिन रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
पहले भी क्रैश हो चुका है MI-17V5
वायुसेना का हेलिकॉप्टर MI-17V5 के कई बार क्रैश होने की वारदातें सामने आ चुकी हैं। 2017 में अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा से 12 किलोमीटर दूर तकनीकी खराबी की वजह से वायुसेना का विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में आधे दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी। 2019 में भी Mi-17V5 श्रीनगर के बड़गाम में क्रैश हो गया था। इसमें दो पायलट की मौत हो गई थी जबकि हेलीकॉप्टर में सवार आधे दर्जन से अधिक एयरफोर्स अधिकारी घायल हो गए थे।