Highlights
- जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
- हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत एवं 11 अन्य लोगों की मौत हो गई।
- हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं।
नई दिल्ली: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत और कुछ अन्य रक्षा अधिकारियों की मौत के बारे में प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति (CCS) को अवगत कराया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बैठक में शामिल हुए।
जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया गया
CCS के सदस्यों को बैठक में दुखद घटना के बारे में जानकारी दी गई। सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया। थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने भी रक्षा मंत्री को दुर्घटना और संबंधित मुद्दों के बारे में अवगत कराया। रक्षा मंत्री, रावत के आवास पहुंचे और उनकी बेटी से बात की। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत एवं 11 अन्य की मौत हो गई। सीडीएस रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि हादसे की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दे दिए गए हैं।
हेलीकॉप्टर ने सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी
जनरल रावत को ले जा रहा वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने घटना पर दुख व्यक्त किया और संकेत दिया कि हेलीकॉप्टर में 14 लोग थे। टेलीविजन पर दिखाई जा रही फुटेज में, बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर से आग की लपटें उठती दिखीं। हेलीकॉप्टर के मानव बस्ती से दूर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
हेलिकॉप्टर के क्षतिग्रस्त और जले हुए टुकड़े बिखरे दिखे
दुर्घटनास्थल पर भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर के क्षतिग्रस्त और जले हुए टुकड़े बिखरे पड़े थे। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने तेज आवाज सुनी और बाद में हेलीकॉप्टर में आग लगी, जिसमें उसमें सवार कुछ लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हेलीकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट कातेरी-नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंग्टन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे।